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ऑस्ट्रेलिया ने रद्द किया नोवाक जोकोविच का वीजा, इस वजह से हुआ विवाद

Renuka Sahu
6 Jan 2022 4:18 AM GMT
ऑस्ट्रेलिया ने रद्द किया नोवाक जोकोविच का वीजा, इस वजह से हुआ विवाद
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फाइल फोटो 

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का उनके देश में स्वागत नहीं है और उन्हें वापस भेज दिया जाएगा.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का उनके देश में स्वागत नहीं है और उन्हें वापस भेज दिया जाएगा.ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने मेलबर्न पहुंचे दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. आठ घंटे तक उन्हें एयरपोर्ट पर रोककर रखा गया. बाद में देश की सीमा पुलिस एबीएफ ने एक बयान जारी कर बताया कि जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया गया है क्योंकि वह प्रवेश की शर्तें पूरी नहीं करते. नोवाक जोकोविच ने कोविड-19 की वैक्सीन ली है या नहीं, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है. ऑस्ट्रेलिया आने के लिए किसी का भी पूरी तरह वैक्सीनेट होना अनिवार्य है. जोकोविच ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर बताया था कि ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य की सरकार ने उन्हें वैक्सीन से छूट दे दी है और बुधवार को वह मेलबर्न पहुंच रहे हैं. छोड़ना होगा देश? जोकोविच जब दुबई से मेलबर्न पहुंचे तो सीमा पुलिस बल के अधिकारियों ने उनकी छूट को स्वीकार नहीं किया और उनका वीजा रद्द कर दिया. बाद में, मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा, "नियम एकदम स्पष्ट है.

आपके पास मेडिकल छूट होनी चाहिए. उनके पास एक वैध मेडिकल छूट नहीं थी. हम सीमा पर फैसला करते हैं और वहीं इस नियम का इस्तेमाल किया गया." देश के स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने कहा कि सीमा अधिकारियों ने वैक्सीन से छूट पाने के लिए जोकोविच की मंशा और उनके सबूतों की जांच के बाद वीजा रद्द करने का फैसला किया. हंट ने कहा, "जोकोविच इस फैसले को चुनौती देने को स्वतंत्र हैं लेकिन जिसका वीजा रद्द हो गया है उसे देश छोड़ना होगा." जोकोविच के साथ सलूक 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके नोवाक जोकोविच के देश सर्बिया के राष्ट्रपति ने उनके साथ बर्ताव को प्रताड़ना बताया और उसकी आलोचना की. जोकोविच को आठ घंटे तक एयरपोर्ट पर रोककर रखा गया जिसके बाद उन्हें वीजा रद्द किए जाने की सूचना दी गई. उसके बाद उन्हें एक स्थानीय होटल में भेज दिया गया, जहां वह आगे की कार्रवाई पर विचार कर सकते हैं. ऑस्ट्रेलियन ओपन में कुछ और खिलाड़ी भी ऐसे हैं जिन्होंने कोविड का टीका नहीं लगावाया है और उसके लिए स्वास्थ्य कारणों से छूट पाई है.
तो क्या जोकोविच को जानबूझ कर शिकार बनाया जा रहा है, इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि सही दस्तावेज उपलब्ध करवाना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है. उन्होंने माना कि कई और खिलाड़ी बिना टीका लगवाए आए हैं लेकिन उन्होंने कहा, "सीमा पुलिस के अधिकारी सूचनाओं के आधार पर काम करते हैं और हर आने वाले पर निगरानी रखते हैं. जब आप किसी बात पर सार्वजनिक बयान देते हैं और बताते हैं कि आपने क्या किया है या क्या करना चाहते हैं, तो आपकी ओर ध्यान जाता है. फिर चाहे आप कोई सेलेब्रिटी हों, राजनेता हों या टेनिस खिलाड़ी." नोवाक जोकोविच कोविड वैक्सीन के विरोध में बोलते रहे हैं. उन्होंने कभी नहीं बताया कि उन्होंने वैक्सीन ली है या नहीं. इस आधार पर उन्हें वैक्सीन का विरोधी माना जाता है. क्यों मिली छूट? 17 जनवरी से शुरू होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा लेने के लिए 26 खिलाड़ियों ने वैक्सीन से छूट की इजाजत मांगी थी. टूर्नामेंट के डायरेक्टर क्रेग टाइली के मुताबिक कुछ ही खिलाड़ियों को छूट दी गई है.
जब जोकोविच ने सोशल मीडिया पर उजागर किया कि उन्हें छूट मिल गई है तो बहुत से लोगों ने इस पर सवाल उठाया. ऑस्ट्रेलिया में बहुत से लोगों ने कहा कि स्टार खिलाड़ी के लिए नियम अलग नहीं होने चाहिए. टाइली इस बात को खारिज करते हैं. उन्होंने कहा कि छूट देने के लिए वैध प्रक्रिया का पालन किया गया और जोकोविच को विशेष तवज्जो नहीं दी गई. वैक्सीन से छूट की इजाजत के नियमों में गंभीर स्वास्थ्य समस्या, पहले टीके से गंभीर रिएक्शन या बीते छह महीने में कोविड संक्रमण होने का सबूत शामिल है. जोकोविच को जून 2020 में कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था. ऐसा तब हुआ था जब उन्होंने सर्बिया और क्रोएशिया में एक ऐसे टूर्नामेंट में हिस्सा लिया जिसे उन्होंने खुद ही आयोजित किया था और जहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को जानबूझकर लागू नहीं किया गया था. वीके/एए (एएफपी, रॉयटर्स
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