विश्व

भारतीय महिलाओं पर विदेश में अत्याचार, साऊदी अरब और UAE हैं सबसे खतरनाक वर्कप्लेस

Tulsi Rao
1 April 2022 3:08 PM GMT
भारतीय महिलाओं पर विदेश में अत्याचार, साऊदी अरब और UAE हैं सबसे खतरनाक वर्कप्लेस
x
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय महिला कर्मियों पर अत्याचार करने के मामले में सऊदी अरब और UAE अव्वल हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली: अपने आने वाले कल को सुरक्षित करने विदेशों में काम करने जाने वाली महिला वर्कर्स को विदेश में कई तरह के अत्याचारों का सामना करना पड़ता है. ECR और खाड़ी देशों में भारतीय दूतावास पर महिला वर्कर्स की शोषण की शिकायत करती हैं. विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय महिला कर्मियों पर अत्याचार करने के मामले में सऊदी अरब और UAE अव्वल हैं.

18 देशों से आती हैं शिकायतें
एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने बताया है कि ECR (EMIGRATION CHECK REQUIRED) के दौरान उन्हें विदेशों में महिला कर्मियों से अत्याचार की कई शिकायतें मिलती हैं. ECR ऐसे देश होते हैं जिनमें काम करने के लिए जाने वाली भारतीय नर्सों और ECR PASSPORT लिए हुए भारतीयों को EMIGRATION क्लियरेंस लेना जरूरी होता है. विदेश मंत्रालय ने सऊदी अरब और UAE सहित 18 देशों को ECR देश घोषित किया हुआ है.
कैद तक कर ली जाती हैं महिला कर्मचारी
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि इन 18 देशों से महिला वर्कर्स की तरफ से कई तरह की शिकायतें आती हैं. भारतीय महिला कर्मचारियों की शिकायत के मुताबिक इन देशों में उन्हें सैलरी नहीं दी जाती है. लेबर अधिकार नहीं दिए जाते हैं. उन देशों में रहने के लिए जरूरी रेजिडेंस परमिट रिन्यू नहीं किया जाता है. ओवरटाइम भत्ता नहीं दिया जाता है. हफ्ते में कोई भी छुट्टी नहीं दी जाती है. तय घंटों से ज्यादा घंटों तक काम कराया जाता है. कॉन्ट्रेक्ट खत्म होने के बाद भी EXIT वीजा की परमीशन नहीं दी जाती है. मेडिकल और इंश्योरेंस जैसी जरूरी सुविधाएं भी नहीं दी जाती हैं. इतना ही नहीं मेड के तौर पर काम करने वाली महिलाओं को कैद करने तक की शिकायतें सामने आई हैं.
क्या होता है ECR PASSPORT?
ECR यानी EMIGRATION CHECK REQUIRED पासपोर्ट भारतीय पासपोर्ट की कैटेगरी है. अगर आपने 10वीं क्लास पास नहीं की है या आप 10वीं या हायर एजुकेशन का अपना सर्टिफिकेट पेश नहीं कर पाते हैं तो आपका पासपोर्ट ECR कैटेगरी का बनेगा. जब आप ECR देशों में काम करने जाएंगे तो आपको इमीग्रेशन चैक से जरूर गुजरना होगा.
सऊदी अरब और UAE में होता है सबसे ज्यादा अत्याचार
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक ECR कैटेगरी के 18 देशों में से सऊदी अरब और UAE दो देश ऐसे हैं जहां भारतीय महिला वर्कर्स पर सबसे ज्यादा अत्याचार होते हैं. 2019 में सऊदी अरब में 78 महिला कर्मियों ने, यूएई में 55 महिलाओं ने, मलेशिया में 21 महिलाओं ने तो कुवैत में 20 महिलाओं ने अपने साथ होने वाले अत्याचारों की शिकायतें विदेश मंत्रालय से की हैं. कुल मिलाकर इस साल 189 महिला वर्कर्स ने शोषण की घटनाओं के बारे में विदेश मंत्रालय को बताया. 2020 में भी विदेश में काम करने वाली 154 महिला वर्कर्स ने अपने साथ होने वाले अत्याचार की आपबीती विदेश मंत्रालय को सुनाई. इनमें से 58 शिकायतें अकेले सऊदी अरब में दर्ज की गईं. दूसरे नंबर पर UAE रहा जहां 39 महिला वर्कर्स ने शोषण की शिकायत दर्ज कराई.
ये देश भी है अत्याचारी
33 शिकायतों के साथ कुवैत तीसरे नंबर पर रहा. 2021 में भी भारतीय महिला वर्कर्स का शोषण करने के मामले में सऊदी अरब नंबर वन पर रहा था. विदेश मंत्रालय तक 60 महिलाएं अपनी शिकायत लेकर पहुंचीं. UAE और कुवैत में 22, मलेशिया में 19 महिला वर्कर्स ने अपने शोषण की शिकायत दर्ज कराई. इस साल भी अब तक आए आंकड़ों के मुताबिक सऊदी अरब 6 शिकायतों के साथ भारतीय महिला वर्कर्स पर अत्याचार करने के मामले में पहला नंबर बरकरार रखे हुए है. कुवैत से अब तक 4, मलेशिया और UAE में 3-3 महिला कर्मियों ने शोषण की शिकायत की है
ये देश हैं काम करने के लिए परफेक्ट
हालांकि इन 18 देशों में से इंडोनेशिया, लेबनान, लिबिया, सूडान, साउथ सूडान, सीरिया, यमन ये 7 देश ऐसे हैं जहां पर किसी भी भारतीय महिला कर्मचारी ने 2019 से लेकर अब तक किसी भी तरह के शोषण की शिकायत नहीं की है
Next Story