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अंतरिक्ष में ऐस्ट्रोनॉट्स उगाएंगे तीखी लाल मिर्च, पढ़ें पूरी जानकारी

Gulabi
18 July 2021 3:40 PM GMT
अंतरिक्ष में ऐस्ट्रोनॉट्स उगाएंगे तीखी लाल मिर्च, पढ़ें पूरी जानकारी
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इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले ऐस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में कई तरह के एक्सपेरिमेंट्स करते हैं

वॉशिंगटन : इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले ऐस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में कई तरह के एक्सपेरिमेंट्स करते हैं। इन्हीं में से एक है खाने की अलग-अलग चीजें उगाने का और अब इन ऐस्ट्रनॉट्स ने चिली पेपर उगाने की कोशिश शुरू की है। इसके बीज SpaceX के 22वें कमर्शल कीसप्लाइ सर्विसेज मिशन पर जून में भेजे गए थे।

बिजनस इंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्सपेरिमेंट को नाम दिया गया है Plant Habitat-04 experiment (PH-04) जिसमें 48 Hatch चिली पेपर बीज चार महीने तक उगाए जाएंगे। इसके बाद ऐस्ट्रोनॉट इन्हें काटेंगे। इनके पकने के बाद इन्हें वे खाकर भी देखेंगे। इन्हें ओवन के आकार के सेल में उगाया जाएगा। ऐसे तीन चेंबर ISS पर मौजूद हैं जिनमें अलग-अलग फसलें उगाने की कोशिश की जाती है।

क्यों चुनी गई लाल मिर्च?
कम से कम 180 सेंसर्स और कंट्रोल्स वाले इस चेंबर को धरती पर केनेडी स्पेस सेंटर से कंट्रोल किया जा सकता है। PH-04 के चीफ इन्वेस्टिगेटर मैट रोमेन का कहना है कि चिली पेपर विटामिन सी और दूसरे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। ये काफी ठोस होती हैं और माइक्रोग्रैविटी में बढ़ भी सकती हैं। इनके बढ़ने पर बिना पकाए भी इन्हें खाया जा सकता है।

इस बारे में फ्रंटीयर्स इन प्लांट साइंस जर्नल में एक साइंटिफिक स्टडी प्रकाशित की गई है। इसमें नासा ने धरती व अंतरिक्ष में उगने वाली सब्जियों में अंतर के बारे में जानकारी दी है।

NASA के अनुसार, अंतरिक्ष में उगाई गई लेटस धरती पर उगने वाली लेटस से मिलती जुलती ही दिखती है। लेकिन अंतरिक्ष में उगने वाले कई पौधों में धरती की तुलना में पोटैशियम, सोडियम, जिंक जैसे पोषक तत्व ज्यादा पाए गए हैं।

नासा अंतरिक्ष यात्रियों ने ये सब्जी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS - International Space Station) पर सेरामिक मिट्टी और रेड लाइटिंग युक्त बंद बक्सों में उगाई है। इंजेक्शन के जरिए इसमें पानी दिया जाता था। इसे उग कर पूरी तरह तैयार होने में 33 से 56 दिनों का समय लगा।
इसे उगाने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों ने खा कर इसका स्वाद चखा और कुछ को डीप फ्रीजर में रखकर धरती पर वापस ले आए।

जब अंतरिक्ष में उगाए लेटस को धरती पर लाया गया, तो वैज्ञानिकों ने जांच में पाया कि इस पर बड़ी संख्या में बैक्टीरिया थे। लेकिन ये बैक्टीरिया खतरनाक बिल्कुल नहीं थे।
नासा का कहना है कि अंतरिक्ष (ISS) में सब्जियां उगानी जरूरी हैं, ताकि आगे लंबे समय तक के मिशन किए जा सकें। इससे अंतरिक्ष यात्री पैकेज्ड फूड के अलावा वहां खुद सब्जियां उगाकर भी खा सकेंगे।
आगे अंतरिक्ष में टमाटर व अन्य छोटे फल व पत्तेदार फसल उगाये जाने की भी योजना है।
दिलचस्प बात यह है कि चिली पेपर का रंग भी इन्हें चुने जाने के पीछे एक कारण है। रोमेन का कहना है कि रंगीन सब्जियों को उगाने से ऐस्ट्रोनॉट्स के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। इनकी महक से भी वे अच्छा महसूस करते हैं। इसका स्वाद तीखा होता है, इसलिए स्पेस में किसी तरह का अंतर आने पर उसे आसानी से समझा भी जा सकेगा।
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