
न्यूयॉर्क: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) काफी सुर्खियां बटोर रहा है. कई लोगों की नौकरी चली गई है और वे सड़क पर हैं। दुनिया की शीर्ष कंपनियों के सीईओ की राय है कि भविष्य में इस एआई से मानवता को खतरा होगा। अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी ने एआई के साइड इफेक्ट को लेकर एक सर्वे किया। इस सर्वे में वॉलमार्ट, जूम, कोका-कोला, मीडिया और फार्मास्यूटिकल्स सहित दुनिया की शीर्ष कंपनियों के 119 सीईओ ने भाग लिया। इसमें से 42 फीसदी ने चिंता जताई कि अगले 5-10 सालों में एआई से मानवता को खतरा होगा। 34 फीसदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अगले दस सालों में मानवता के लिए खतरा है, जबकि 8 फीसदी का मानना है कि एआई का पांच साल में साइड इफेक्ट होगा।(एआई) काफी सुर्खियां बटोर रहा है. कई लोगों की नौकरी चली गई है और वे सड़क पर हैं। दुनिया की शीर्ष कंपनियों के सीईओ की राय है कि भविष्य में इस एआई से मानवता को खतरा होगा। अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी ने एआई के साइड इफेक्ट को लेकर एक सर्वे किया। इस सर्वे में वॉलमार्ट, जूम, कोका-कोला, मीडिया और फार्मास्यूटिकल्स सहित दुनिया की शीर्ष कंपनियों के 119 सीईओ ने भाग लिया। इसमें से 42 फीसदी ने चिंता जताई कि अगले 5-10 सालों में एआई से मानवता को खतरा होगा। 34 फीसदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अगले दस सालों में मानवता के लिए खतरा है, जबकि 8 फीसदी का मानना है कि एआई का पांच साल में साइड इफेक्ट होगा।(एआई) काफी सुर्खियां बटोर रहा है. कई लोगों की नौकरी चली गई है और वे सड़क पर हैं। दुनिया की शीर्ष कंपनियों के सीईओ की राय है कि भविष्य में इस एआई से मानवता को खतरा होगा। अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी ने एआई के साइड इफेक्ट को लेकर एक सर्वे किया। इस सर्वे में वॉलमार्ट, जूम, कोका-कोला, मीडिया और फार्मास्यूटिकल्स सहित दुनिया की शीर्ष कंपनियों के 119 सीईओ ने भाग लिया। इसमें से 42 फीसदी ने चिंता जताई कि अगले 5-10 सालों में एआई से मानवता को खतरा होगा। 34 फीसदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अगले दस सालों में मानवता के लिए खतरा है, जबकि 8 फीसदी का मानना है कि एआई का पांच साल में साइड इफेक्ट होगा।