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आरियल कैप्सूल से भविष्य में चांद पर मानव मिशन भेजे जाएंगे। इस लिहाज से इसका वहां टेस्ट बेहद मायने रखता है। ये मिशन 42 दिनों का है।
Artemis-1 मिशन की मैनेजमेंट टीम ने सभी जांच पड़ताल के बाद इसको लान्च करने को लेकर अपनी हरी झंडी दे दी है। पहले इस मिशन को 29 अगस्त को लान्च किया जाना था लेकिन उस वक्त इंजन में आई परेशानी के बाद इसके लान्च को ऐन मौके पर रोक दिया गया था। मिशन मैनेजमेंट की हरी झंडी के बाद अब आज इसका लान्च होना तय माना जा रहा है। Orion spacecraft को लेकर Space launch System दोपहर करीब 2:17 मिनट पर कैनेडी स्पेस सेंटर के लान्च पैड 39बी से उड़ान भरेगा। शुक्रवार को मिशन से जुड़ी सभी टीमों ने इस लान्च को लेकर राकेट में पहले आई खराबी के बाबत दोबारा बारीकी से पूरी जांच पड़ताल की थी।
टीम ने हॉज और लूज प्रेशर सेंसर समेत लीक की दिक्कत को भी दूर कर लिया है। इसके अलावा कुछ दूसरे बोल्ट्स भी दोबारा कस कर टाइट किए गए हैं। नासा के मुताबिक फिलहाल कहीं से कोई लीकेज की समस्या दिखाई नहीं दे रही है। टीम अब भी इस पर बारीकी से निगाह बनाए हुए हैं। कुछ समय के बाद इस राकेट के कोर स्टेज में लिक्वेड हाइड्रोजन को फिल करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे इंजन को अधिक देर तक ठंडा बनाए रखने में मदद मिलेगी। नासा के मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक शनिवार को मौसम लान्च के लिए काफी कुछ अच्छा है। लान्च के हिसाब से मौसम करीब 60 फीसद साथ दे रहा है।
Artemis-1 लान्च का नासा अपनी वेबसाइट और अपने ऐप पर सीधा प्रसारण करेगा। इससे पहले फ्लोरिडा के स्थानीय समयानुसार सुबह 9बजे एक प्रेस ब्रीफिंग दी जाएगी। आपको बता दें कि इस लान्च को देखने के लिए पिछली बार करीब 2 लाख लोगों के फ्लोरिडा के तट पर जुटने की उम्मीद जताई गई थी। इसके अलावा विदेशों से भी इस लान्च को देखने के लिए यहां पर लोग पहुंचे हैं। आपको ये भी बता दें कि स्पेस लान्च सिस्टम और आरियन स्पेसक्राफ्ट कैप्सूल के लिए ये पहला मिशन है। आरियल कैप्सूल से भविष्य में चांद पर मानव मिशन भेजे जाएंगे। इस लिहाज से इसका वहां टेस्ट बेहद मायने रखता है। ये मिशन 42 दिनों का है।
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