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बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों पर हमले करने और भीड़ को उकसाने वाला गिरफ्तार, सामने आई वजह

Neha Dani
21 March 2021 3:50 AM GMT
बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों पर हमले करने और भीड़ को उकसाने वाला गिरफ्तार, सामने आई वजह
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‘देश सबका है. हम सौहार्द चाहते हैं.’

बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों पर हमले के लिए उकसाने वाले मुख्य संदिग्ध को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. कहा गया था कि हिंदू समुदाय के एक युवक की कथित फेसबुक पोस्ट को लेकर कट्टरपंथी इस्लामी समूह ने यह हमला किया था. मगर अब जांच में असली वजह सामने आती दिख रही है. मुख्य संदिग्ध शाहिद-उल-इस्लाम स्वाधीन ने जांच में कई खुलासे किए हैं. पुलिस अन्वेषण ब्यूरो (PIB) के मुताबिक स्वाधीन यूनियन परिषद का सदस्य और युवा लीग के स्थानीय वार्ड का अध्यक्ष है. इसे मौलवीबाजार जिले से पकड़ा गया है.

पुलिस अब तक इस मामले में करीब 23 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. पीआईबी के विशेष पुलिस अधीक्षक खालिद-उज-जमां ने कहा, 'स्वाधीन शल्ला उपजिला के नवगांव में किए गए हमलों में मुख्य संदिग्ध है.' बुधवार को सिलहट संभाग के सुमनगंज जिले के शल्ला उपजिला में हिफाजत-ए-इस्लाम के नेता ममनून-उल-हक के हजारों समर्थकों ने हिंदुओं के एक गांव पर हमला कर दिया था. इसी सिलसिले में ये गिरफ्तारियां की गई हैं. पुलिस के अनुसार हक के समर्थक नवगांव में जमा हुए. डंडों और देसी हथियारों से स्थानीय हिंदुओं के घरों पर हमला कर 70-80 घरों को तोड़ दिया.
इस वजह से किया गया हमला
पुलिस ने बताया कि इस हमले की प्रमुख वजह फेसबुक पोस्ट नहीं लीज पर दिया गया जलनिकाय है. जलमहल नाम के इस निकाय को लेकर ही विवाद था, जिसे बाद में सांप्रदायिक रंग दिया गया. PIB के विशेष पुलिस अधीक्षक खालेद उज जमान ने बताया, 'हमले के लेकर दायर दो केस में स्वाधीन प्रमुख संदिग्ध है. शुरुआती जांच में उसने काफी अहम जानकारी दी है. इसी में जलमहल वाला मुद्दा भी शामिल है. हालांकि स्थानीय पुलिस इस जानकारी की फिर से जांच करेगी.' इसके अलावा लोकल राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को भी एक वजह माना जा रहा है.
भीड़ ने गांव में घुसकर की थी लूटपाट
बीते बुधवार को कई भीड़ ने गांव में घुसकर कई घरों में लूटपाट की थी. कई लोगों को अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर भागना पड़ा था. हिफाजत-ए-इस्लाम के अमीर अल्लामा जुनैद बाबूनगरी, संयुक्त महासचिव मौलाना मुफ्ती मामुनुल हक और कई अन्य नेताओं ने सोमवार को डेरा उपजिला में एक जलसे में भाग लिया था. स्थानीय मीडिया के मुताबिक हक के भाषण से आक्रोशित होकर एक हिंदू युवा ने कथित तौर पर फेसबुक पर आलोचनात्मक पोस्ट लिखी थी. इसके बाद भीड़ ने बुधवार को गांव पर हमला किया.
700 के खिलाफ मामले दर्ज
सुमनगंज जिले के पुलिस प्रमुख मीजान उर्रहमान ने पत्रकारों से कहा, '700 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किये गए हैं. हमलावरों की तलाश जारी है.' इस बीच, अधिकार समूहों और हिंदू नेताओं ने कहा है कि अल्पसंख्यक समुदाय को भगाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से हमले किए जा रहे हैं. बांग्लादेश हिंदू परिषद तथा 'नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस' जैसे विभिन्न हिंदू संगठनों ने ढाका तथा अन्य स्थानों पर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन भी किए. हिंदू परिषद के नेता साजन कुमार मिश्रा ने नेशनल प्रेस क्लब के सामने हुई रैली में कहा, 'देश सबका है. हम सौहार्द चाहते हैं.'


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