डेनमार्क की खिलौना निर्माता कंपनी "लेगो" के एक सर्वे में दुनियाभर में माता-पिता के अंदर बच्चों के खिलौनों को लेकर लैंगिक पूर्वाग्रह की बात सामने आई है. इसके बाद कंपनी ने अपने खिलौनों में बदलाव का फैसला किया है.माता-पिता का खेलने के लिए लड़के को फुटबॉल और लड़की को गुड़िया देना पूर्वाग्रही सोच का नतीजा है. डेनमार्क की खिलौना निर्माता कंपनी लेगो ने ऐसे ही पूर्वाग्रह पर एक वैश्विक सर्वे कराया है जिसके नतीजे देखकर कंपनी ने कहा है कि वह अपने उत्पादों से लैंगिक रूढ़िवादिता को खत्म करने के लिए काम करेगी. दरअसल सर्वे में पाया गया था कि माता-पिता अपने बेटों के लिए तो लेगो के खिलौने चाहते हैं लेकिन सिर्फ एक चौथाई माता-पिता ही अपनी बेटियों के लिए इन्हें चाहते हैं. इस सर्वे के पहले हिस्से में 6 से 14 साल के बच्चों के माता-पिता को रखा गया, जिसके बाद इसे उनके बच्चों को सौंप दिया गया.