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काठमांडू। नेपाल में एक दशक से जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच रविवार को संघीय संसद और सात प्रांतीय विधानसभाओं के लिए मतदान कड़ी सुरक्षा में संपन्न हो गए। इस दौरान करीब 60 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। छिटपुट हिंसा और झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई मतदान केंद्रों पर मतदान बाधित हुआ। राजनीतिक विश्लेषकों ने इस बार भी त्रिशंकु संसद का अनुमान जताया है। गृह सचिव बिनोद प्रकाश सिंह के अनुसार, कुल 1.79 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं। 22 हजार मतदान केंद्रों पर मतदान सुबह सात बजे से शुरू हुआ जो पांच बजे तक चलता रहा।
मतदान के बाद विवाद में गोलीबारी
बजौरा के त्रिबेनी नगर पालिका के नटेश्वरी बेसिक स्कूल में मतदान केंद्र पर गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि मतदान खत्म होने के बाद हुए विवाद के बाद पुलिस ने 24 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि कुछ छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहा, कैलाली जिले के धनगढ़ी उप महानगरीय शहर में शारदा सेकेंडरी स्कूल मतदान केंद्र के पास एक मामूली विस्फोट हुआ। लेकिन उसमें कोई हताहत नहीं हुआ, आधे घंटे के अवरोध के बाद मतदान जारी रहा।
शेर बहादुर देउबा और केपी शर्मा ओली ने किया मतदान
द हिमालयन टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने अपने गृह जिले दादेलधूरा अशीग्राम सेकेंडरी स्कूल में मतदान किया, वह इस स्कूल से पढ़ाई कर चुके हैं। देऊबा दादेलधूरा से 1991 से जीत रहे हैं, वह संघीय संसद के लिए सातवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल (एकीकृत मार्क्सिस्ट -लेनिनिस्ट) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने काठमांडू के निकट भक्तपुर जिले में मतदान किया।
इसी तरह सीपीएन-माओइस्ट सेंटर के अध्यक्ष एवं पूर्व अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ने चितावन जिले में मतदान किया। नेपाल में हो रहे इस चुनाव में अंतरराष्ट्रीय चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार भी नेपाल में मौजूद हैं। 107 वर्षीय जसमणि कामी ने मयागढ़ी जिले के राष्ट्रीय माध्यमिक विद्यालय के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला।
नतीजे आने में लग जाएंगे आठ दिन
मुख्य चुनाव आयुक्त दिनेश कुमार थपलिया ने बताया कि इसके बाद हम करीब एक घंटे तक सभी दलों के साथ बैठक करेंगे। चुनाव की मतगणना रविवार रात नौ बजे से शुरू होने के बाद सारे नतीजे आने में आठ दिन लग जाएंगे। जबकि आनुपातिक प्रतिनिधित्व चुनाव के नतीजे आठ दिसंबर तक घोषित किए जाएंगे। संघीय संसद की 275 सीटों में से 165 सीटों पर प्रत्यक्ष चुनाव व 110 सीटों पर आनुपातिक प्रतिनिधित्व के जरिये चुनाव होगा।
इसी तरह 550 प्रांतीय विधायिकाओं में से 330 पर प्रत्यक्ष व 220 सीटें आनुपातिक प्रतिनिधत्व के जरिये भरी जाएंगी। इस चुनाव में दो प्रमुख राजनीतिक गठबंधन हैं, नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाला लोकतांत्रिक और वामपंथी गठबंधन और सीपीएन-यूएमएल के नेतत्व वाला हिंदू व राजतंत्र समर्थक गठबंधन।
सोर्स - दैनिकदेहात
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