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दौरे के मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों को मजबूत करना है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सोमवार को तीन दिन की यात्रा पर दक्षिण कोरिया के लिए रवाना हुए। उनके दौरे के मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों को मजबूत करना है। जनरल नरवणे इस दौरान दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ सैन्य और राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कोरिया भारत को सैन्य सामान और हथियारों की आपूर्ति करने वाला एक प्रमुख देश है।
सेना प्रमुख करीब दो हफ्ते पहले संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की छह दिवसीय अहम यात्रा पर गए थे। उनकी यह यात्रा खाड़ी के दो प्रभावशाली देशों के साथ भारत के बढ़ते रणनीतिक संबंधों को दिखाती है। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में जनरल नरवणे का देश के रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ से मिलने का कार्यक्रम है। जनरल नरवणे दक्षिण कोरिया के रक्षा खरीद योजना प्रशासन (डीएपीए) मंत्री से भी मिलेंगे।
सेना ने एक बयान में बताया कि सेना प्रमुख भारत-कोरिया गणराज्य के बीच रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के तौर तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे। सेना प्रमुख नरवणे गैंगवॉन प्रांत में कोरिया '' कॉम्बैट ट्रेनिंग सेंटर '' और डेयजोन में '' एडवांस डिफेंस डेवलपमेंट '' (एडीडी) का भी दौरा करेंगे। जनरल नरवणे पिछले महीने तीन दिन की नेपाल यात्रा पर और अक्टूबर में सेना प्रमुख विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला संग म्यांमा की यात्रा पर गए थे।
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