दिल्ली। भारत के थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे रविवार को यहां पांच दिन की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे। वह देश के शीर्ष सैन्य और असैन्य नेतृत्व के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर विचार-विमर्श करेंगे। नेपाल के उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बालकृष्ण करकी ने जनरल पांडे की अगवानी की। जनरल पांडे को सोमवार को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी एक समारोह में नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि प्रदान करेंगी। यह परंपरा 1950 में शुरू हुई थी। भारत भी नेपाली सेना प्रमुख को मानद उपाधि देता है।
जनरल पांडे मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ मुलाकात करेंगे और अपने नेपाली समकक्ष जनरल प्रभुराम शर्मा के साथ विस्तृत बातचीत करेंगे। काठमांडू में होने वाली बातचीत में अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में नेपाल के गोरखा जवानों के शामिल होने का मुद्दा भी उठ सकता है। खबरों के अनुसार, नेपाल ने भारत से कहा है कि नई योजना के तहत भर्ती मौजूदा प्रविधानों के अनुरूप नहीं है।अपनी इस यात्रा के दौरान जनरल पांडे काठमांडू के शिवपुरी में सेना कमान एवं स्टाफ कालेज में प्रशिक्षु अधिकारियों से बातचीत करेंगे और पोखरा के मध्य कमान मुख्यालय का दौरा भी करेंगे। आठ सितंबर को वह काठमांडू से नई दिल्ली लौटेंगे।