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सेना ने आंग सान सू की के खिलाफ लगाया नया आरोप, फिर शुरू हुए प्रदर्शन

Kajal Dubey
16 Feb 2021 12:54 PM GMT
सेना ने आंग सान सू की के खिलाफ लगाया नया आरोप, फिर शुरू हुए प्रदर्शन
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म्यांमार में पुलिस (Myanmar Police) ने आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) के खिलाफ एक नया आरोप दर्ज किया है

म्यांमार में पुलिस (Myanmar Police) ने आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) के खिलाफ एक नया आरोप दर्ज किया है, जिसके आधार पर उन्हें बगैर मुकदमे के अनिश्चित काल तक हिरासत में रखा जा सकता है. उनके वकील ने मंगलवार को यह जानकारी दी. राजधानी नेपीता में एक न्यायाधीश से मुलाकात के बाद वकील खिन माउंग जाउ ने मीडिया से कहा कि सू की पर प्राकृतिक आपदा प्रबंधन कानून (Natural Disaster Management Law) की धारा 25 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है, जिसका इस्तेमाल कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी को फैलने से रोकने को लेकर लागू पांबंदियों (Restrictions) को तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ केस (Case) चलाने के लिए किया जाता है.

सू की को एक फरवरी को सैन्य तख्तापलट के तहत पद से हटा दिया गया था. उन पर वाकी-टाकी रखने का आरोप है, जो पंजीकरण के बगैर आयात की गई थी. कोविड-19 पाबंदियों के उल्लंघन को लेकर ज्यादा से ज्यादा तीन साल की कैद की सजा का प्रावधान है. हालांकि, नए आरोप के तहत उन्हें बगैर मुकदमे के अनिश्चितकाल तक हिरासत में रखा जा सकता है क्योंकि पिछले हफ्ते सैन्य शासन ने दंड संहिता में बदलाव किया है, जो अदालत की अनुमति के बगैर हिरासत में रखने का प्रावधान करता है.

फिर शुरू हुए प्रदर्शन
वहीं सुरक्षा बलों से प्रदर्शनकारियों की झड़प के एक दिन बाद सैन्य तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन मंगलवार को फिर शुरू हो गए. इस बीच, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात में भी प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद रखी. यांगून और दूसरे शहरों में प्रदर्शनकारियों के समूहों ने एक फरवरी के सैन्य तख्तापलट के खिलाफ और देश की निर्वाचित नेता आंग सान सू की और उनकी अपदस्थ सरकार के सदस्यों को हिरासत से रिहा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.

शहर में पुलिस ने केंद्रीय बैंक के सामने की सड़क बंद कर दी. प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया पर सेना द्वारा उनके पैसे जब्त करने की मंशा संबंधी कयासों के बाद निशाना बनाया था. बौद्ध भिक्षुओं ने संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पांच या इससे अधिक लोगों के साथ स्थान पर जमा होने पर लगी रोक का भी उल्लंघन किया.
सड़कों पर उतरे छात्र
देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मैंडाले में करीब 3,000 प्रदर्शनकारी दोबारा सड़कों पर उतरे. उनमें से अधिकतर स्टूडेंट्स थे. उनके हाथों में सू की की तस्वीर थी. वे लोकतंत्र की बहाली के लिए नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों के आस-पास सुरक्षा कर्मियों की संख्या कम रही क्योंकि अधिकतर पुलिसकर्मियों को बैंक शाखाओं सहित प्रमुख इमारतों की सुरक्षा में लगाया गया है.


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