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राष्ट्रपति और उप निदेशक के विशेष सहायक के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के अध्यक्षीय उद्घाटन के पहले ही यह तय हो गया था कि माजू वर्गीज को व्हाइट हाउस में एक बड़ी भूमिका मिलेगी। यह अनुमान बेवजह नहीं था। दरअसल, बाइडन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने माजू वर्गीज को अध्यक्षीय उद्घाटन समिति (पीआईसी) में शामिल किया था। इस समिति में कुल चार सदस्य थे, जिसके ऊपर इस कार्यक्रम को बेहतर ढंग से संपन्न कराने की जिम्मेदारी थी। टोनी एलेन इस समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे। अब माजू की बाइडन प्रशासन में इंट्री मिल गई है। खास बात यह है कि राष्ट्रपति बाइडन ने उनकी नियुक्ति ऐसे समय की है, जब भारतीय मूल की नीरा टंडन को उनकी कैबिनेट से बाहर किया गया है।
माजू ने किया नीरा टंडन की भरपाई
बाइडन ने माजू वर्गीज की नियुक्ति का ऐलान ऐसे समय किया है, जब नीरा टंडन का नाम व्हाइट हाउस ने वापस लिया है। बाइडन के इस कदम से उनके प्रशासन में भारतीय मूल के लोगो की संख्या बराबर हो गई है। बाइडन का यह फैसला अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के लोगों को रास आ रहा होगा। राष्ट्रपति का यह फैसला कहीं न कहीं अमेरिकी-भारतीय को संतुलन करने का भी प्रयास होगा। बता दें कि राष्ट्रपति बाइडन ने मंगलवार को नीरा टंडन का नाम व्हाइट हाउस के बजट निर्देशक बनाने के लिए वापस ले लिया। इसके पीछे का कारण उनके द्वारा ट्विटर पर ध्रुवीकरण करने वाले ट्वीट्स और बयानों को माना जा रहा है। उनके द्वारा ट्विटर पर कई सांसदों, जिनमें उनकी अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद भी शामिल थे।
केरल से ताल्लुक रखते हैं वर्गीज
वर्गीज के माता-पिता का ताल्लुक भारत के केरल राज्य से था। वर्गीज के परिजन केरल के तिरुवल्ला से आकर अमेरिका में बस गए। वर्गीज ने मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने एमहर्ट्स से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री की हासिल की। वर्गीज पेशे से वकील है। जुलाई 2015 से जनवरी 2017 तक वह व्हाइट हाउस से जुड़े रहे। वह व्हाइट हाउस के दिन-प्रतिदिन के संचालन के लिए जिम्मेदार थे। उनके पास बजट, कर्मियों की सुविधाएं, पर्यटन और प्रमुख कार्यक्रमों की निगरानी का जिम्मा था। जून 2014 से जुलाई 2015 तक राष्ट्रपति और उप निदेशक के विशेष सहायक के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई।
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