पूरी दुनिया मे अलग-अलग क्षेत्रों में भारतीयों के प्रयासों को सराहा जा रहा है। इसी कड़ी में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने मंगलवार को भारतीय लैंगिक कार्यकर्ता और सामाजिक उद्यमी एल्सा मैरी डिसिल्वा (Elsa Marie D'Silva) की लैंगिक आधार पर हिंसा ( Combating Gender based Violence) से निपटने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए उनके जैसे उदाहरण मुझे उम्मीद से भर देते हैं।
यौन हिंसा और उत्पीड़न को खत्म करने के लिए की मंच की स्थापना
गुटेरेस ने मोरक्को के फेज में सभ्यताओं के गठबंधन के 9वें ग्लोबल फोरम (9th Global Forum) में शुरुआती टिप्पणी में कहा कि मैं भारत से एल्सा मैरी डी सिल्वा जैसे लोगों के बारे में सोच रहा हूं, जिन्होंने साथ मिलकर एक ऐसे मंच की स्थापना की जो यौन हिंसा और उत्पीड़न को भीड़ के सामने रखते हैं और उसे चिन्हित करते हैं। उनके प्रयास से दुनिया भर के हजारों युवाओं को चुप्पी तोड़ने वाले और लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने के लिए लामबंद कर रहे हैं।
युगांडा के मैग्डलेन एमोनी, इमाम मुहम्मद अशफा और पादरी जेम्स वुए की भी सराहना
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि वह युगांडा के मैग्डलेन एमोनी (Magdalen Amony) जैसे लोगों के बारे में भी सोच रहे हैं, जिन्होंने लॉर्ड्स रेजिस्टेंस आर्मी (Lord's Resistance Army) में अपने परिवार के एक सदस्य को खो दिया था। वह आज पूर्व बाल सैनिकों को गंभीर मानवीय आघात और अविश्वास के बावजूद अपने समुदायों में फिर से जोड़ने में मदद कर रहे हैं। साथ ही मैं इमाम मुहम्मद अशफा (Muhammad Ashafa) और पादरी जेम्स वुए (Pastor James Wuye) जैसे लोगों के काम के बारे में सोच रहा हूं, जो नाइजीरिया में विरोधी मिलिशिया का नेतृत्व करते थे। आज वे धार्मिक संघर्ष को शांत करने के लिए दोस्ती और साझेदारी में एकजुट हुए हैं। इस तरह के उदाहरण हैं, जो मुझे भविष्य के लिए आशा से भर देते हैं।
डिसिल्वा को कई पुरस्कारों से किया गया सम्मानित
डिसिल्वा रेड डाट फाउंडेशन की संस्थापक और रेड डाट फाउंडेशन ग्लोबल (सेफसिटी) की अध्यक्ष हैं। यह एक ऐसा मंच है जो सार्वजनिक स्थानों पर यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का दस्तावेजीकरण करता है। उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में सेफसिटी भारत, केन्या, कैमरून, नाइजीरिया और नेपाल में इस मुद्दे पर सबसे बड़ा क्राउड मैप बन गया है। डिसिल्वा को उनके काम के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इसमें वर्ल्ड जस्टिस चैलेंज 2022 में समान अधिकार और गैर भेदभाव पुरस्कार, 2022 में ट्रस्ट ला इम्पैक्ट अवार्ड्स में उपविजेता और संयुक्त राष्ट्र महिला भारत और भारत सरकार (MeitY) 2022 द्वारा श्री शक्ति पुरस्कार की विजेता शामिल हैं।