अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान विरोधी हो रहे हैं एकजुट, काल हैं ये 4 चेहरे!
काबुल: अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद अगर तालिबान (Taliban) को ये लग रहा है कि अब पूरे अफगानिस्तान पर वो अपनी हुकूमत चलाएगा तो ऐसा नहीं है. तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान के हर बड़े शहरों पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन अभी भी तालिबान का एक ऐसा इलाका है, जहां तालिबान न तो अभी घुस पाया है और ना आज से 20 साल पहले घुस पाया था. वो इलाका पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) है. अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Amrullah Saleh) पंजशीर घाटी से ही आते हैं और उन्होंने तालिबान के खिलाफ नॉर्दर्न अलायंस की रेजिस्टेंस फोर्स को लेकर तालिबान के खिलाफ जंग छेड़ दी है.
Afghanistan में #AhmadMasoud ने #Taliban के खिलाफ लड़ने का किया ऐलान, #Afghan सैनिक भारी मात्रा में हथियारों और टैंकों के साथ #Panjshir पहुंच रहे हैं, जो सैनिक छुपे हुए थे वो भी पंजशीर के लिए जा रहे हैं और तालिबान के खिलाफ लड़ेंगे.#AfghanTaliban #kabulairport #AfghanWomen pic.twitter.com/vEjlZUuzpc
— Chaudhary Parvez (@ChaudharyParvez) August 19, 2021