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धरती के बर्फीले हिस्से के रूप में अपनी अलग पहचान रखने वाले अंटार्कटिका में एक और विशाल आइसबर्ग यानी हिमशैल, आइस शेल्फ यानी बर्फ की चट्टान से अलग हो गया है
जनतब से रिश्ता वेबडेस्क | धरती के बर्फीले हिस्से के रूप में अपनी अलग पहचान रखने वाले अंटार्कटिका में एक और विशाल आइसबर्ग यानी हिमशैल, आइस शेल्फ यानी बर्फ की चट्टान से अलग हो गया है. इस आइसबर्ग का आकार अमेरिका के शिकागो शहर का दोगुना होगा. अमेरिकी स्पेस NASA के NASA Earth के वैज्ञानिकों ने इसकी जानकारी दी है.
बुधवार को नासा अर्थ ने एक ट्वीट शेयर कर बर्फ का बड़ा हिस्सा टूटकर आइसबर्ग बनने की जानकारी दी. ट्वीट के मुताबिक, जिस हिस्से से यह बर्ग टूटा है, उसे ब्रंट आइस शेल्फ कहा जाता है. यह आइसबर्ग दो सालों से ज्यादा वक्त से टूटने की कगार पर था. नासा ने कहा कि ब्रंट आइस शेल्फ से बर्ग अब आखिरकार टूट गया है.
NASA के Earth Observatory वेबसाइट के मुताबिक, A-74 नाम का यह आइसबर्ग फरवरी में अलग हुआ है. इसे सबसे पहले जीपीएस उपकरण पर 26 फरवरी, 2021 को देखा गया था और फिर यूरोपीय स्पेस एजेंसी के Sentinel-1A सैटेलाइट ने इसकी पुष्टि की. जो तस्वीर नासा अर्थ ने शेयर की है, उसे धरती का प्रक्षेपण करने वाली सैटेलाइट Landsat 8 के ऑपरेशनल लैंड इमेजर की मदद से लिया गया है.
The breakup at Brunt Ice Shelf is official. After hanging on for more than two years, an iceberg the size of #Chicago has finally split from the ice shelf. https://t.co/ga59j3upy7 #Antarctica pic.twitter.com/E2ZyVqYjTO
— NASA Earth (@NASAEarth) March 3, 2021
बता दें कि दो साल पहले यहां बर्फ की चादर में दरारें आनी शुरू हो गई थीं, तबसे ही वैज्ञानिकों को इसका अंदाजा हो गया था. दरारों से ब्रंट आइस शेल्फ की स्थिरता को लेकर भी चिंताएं उठी थीं. इसका आकार 1270 वर्ग किलोमीटर या शिकागो के दोगुने आकार का है.
इसके पहले साल 2017 में करीब एक खरब टन का आइसबर्ग अंटार्कटिका से टूटकर अलग हो गया था. यह आइसबर्ग अब तक के दर्ज आंकड़ों में सबसे बड़ा है. Larsen C आइस शेल्फ से 5800 वर्ग किलोमीटर का हिस्सा अलग हो गया था, जिससे अंटार्कटिका का आकार 12 फीसदी से ज्यादा घट गया था.
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