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वैज्ञानिकों की एक और कामयाबी, खोजा अद्भुत ग्रह, पृथ्वी से कहीं गुना ज्यादा पानी मौजूद

Gulabi
29 Jun 2021 5:05 PM GMT
वैज्ञानिकों की एक और कामयाबी, खोजा अद्भुत ग्रह, पृथ्वी से कहीं गुना ज्यादा पानी मौजूद
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वैज्ञानिकों की एक और कामयाबी

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के एक्सोप्लैनेट-हंटिंग CHEOPS सैटेलाइट ने एक स्टार सिस्टम में एक तीसरा ग्रह (Third Planet) पाया है जिसके बारे में पहले माना जाता था कि उसमें सिर्फ दो ग्रह हैं. फोटोबॉम्ब (Photobomb) में खोजे गए तीसरे ग्रह में बड़ी मात्रा में पानी के बादल दिखाई देते हैं. यह पहली बार है कि 100 दिनों से अधिक की कक्षा के साथ एक एक्सोप्लैनेट (Exoplanet) को एक तारे को पार करते हुए देखा गया है, जिसे नंगी आंखों से साफ-साफ देखा जा सकता है.

Nu2 Lupi नामक स्टार सिस्टम पृथ्वी से सिर्फ 50 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर ल्यूपस के तारामंडल में स्थित है और पिछले अवलोकनों में दो ग्रहों को इसकी परिक्रमा करते हुए देखा गया था. तारे का नाम ए था और दो ग्रहों को प्लैनेट बी और प्लैनेट सी के रूप में जाना जाता था. नए ग्रह को 'प्लैनेट डी' का नाम दिया गया है.
नया ग्रह अद्भुत
एक्सोप्लैनेट का द्रव्यमान पृथ्वी और नेपच्यून के बीच होता है और कक्षाएं तारे के चारों ओर 11.6, 27.6 और 107.6 दिनों तक चलती हैं. ईएसए ने अध्ययन के प्रमुख लेखक यूनिवर्सिटी ऑफ लीज बेल्जियम के लेटिटिया डेलरेज़ के हवाले से कहा Nu2 Lupi जैसे ट्रांजिट सिस्टम ग्रहों के बनने और उनके विकसित होने की हमारी समझ के लिए बेहद अहम हैं क्योंकि हम एक ही चमकीले तारे के चारों और कई ग्रहों की तुलना कर सकते हैं.
पृथ्वी की चौड़ाई से 2.5 गुना और हमारे ग्रह के द्रव्यमान के 8.8 गुना के दायरे वाले एक्सोप्लैनेट की बात करें तो नया पाया गया ग्रह अद्भुत है. कई अन्य खोजे गए एक्सोप्लैनेट की तुलना में प्लैनेट D तक पहुंचने वाले सौर विकिरण की मात्रा भी हल्की है. शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि अगर इसे हमारे सौर मंडल में रखा जाए तो यह बुध और शुक्र के बीच की कक्षा में होगा.

पृथ्वी से कहीं ज्यादा पानी
शोधकर्ताओं ने पाया कि प्लैनेट बी मुख्य रूप से चट्टानी है, जबकि प्लैनेट सी और डी में बड़ी मात्रा में पानी है. ईएसए ने एक बयान में कहा कि प्लैनेट C और D में पृथ्वी की तुलना में कहीं अधिक पानी है: प्रत्येक ग्रह का एक चौथाई भाग पानी से बना होता है. हालांकि यह पानी तरल नहीं होता बल्कि उच्च दबाव वाली बर्फ या उच्च तापमान वाली भाप के रूप में होता है.
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