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तालिबान की दरिंदिगी का एक और चेहरा, कमांडर के सरेंडर करने के बाद भी उनकी बॉडी को गोलियों से भून डाला

Mohsin
19 Aug 2021 6:44 PM GMT
तालिबान की दरिंदिगी का एक और चेहरा, कमांडर के सरेंडर करने के बाद भी उनकी बॉडी को गोलियों से भून डाला
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद चीन का एक बार फिर बयान आया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान का क्रूर चेहरा हर दिन सामने आ रहा है। ताजा मामला बदगीस प्रांत का है। यहां तालिबानियों ने बदगिस के पुलिस प्रमुख हाजी मुल्ला को सरेआम गोलियों ने भून डाला। हाजी मुल्ला ने कुछ दिन पहले ही तालिबान के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।

इस घटना का वीडियो सामने आया है। इसमें तालिबानियों ने हाजी मुल्ला के दोनों हाथ बांधकर घुटनों के बल किसी सूनसान जगह पर बैठा रखा है। उनके हाथ भी बंधे हुए हैं। तालिबानी स्थानीय भाषा में कुछ बोल रहे हैं। कुछ देर बाद हाजी मुल्ला पर दनादन गोलियां दाग दी जाती हैं।
4 कमांडरों को कंधार के एक स्टेडियम में भीड़ के सामने मौत के घाट उतारा
इससे पहले बुधवार को भी एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमे तालिबान ने अफगानी सेना के 4 कमांडरों को कंधार के एक स्टेडियम में भीड़ के सामने मौत के घाट उतार दिया था। सूत्रों के मुताबिक, इन कमांडरों ने 13 अगस्त को तालिबान के सामने आत्मसमर्पण किया था।
तालिबानी लड़ाकों के नाखून उखाड़ लेने वाले अफगानी कमांडर को भी ढेर किया
इसके साथ ही तालिबान समर्थकों ने कंधार में शाह वली कोट के पुलिस प्रमुख पाचा खान को भी मार दिया था। तालिबान समर्थकों का कहना था कि पाचा खान एक खूंखार कमांडर था जो तालिबान लड़ाकों के नाखून निकाल लेता था। तालिबान ने इन्हें आम माफी की घोषणा करने से पहले मारा है।
चीन और तजाकिस्तान ने गुरुवार को तजाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के पास आतंकवाद विरोधी सैन्य अभ्यास किया है। चीन का कहना है कि उत्तरी अफगानिस्तान के कुछ आतंकवादी संगठन चीन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। चीन ने ये भी कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ मिलकर अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार के गठन में सहयोग करना चाहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि तालिबान बदला नहीं है लेकिन फिलहाल अस्तित्व के संकट का सामना कर रहा है। वह वैश्विक मंच पर अपनी मान्यता चाहते हैं। अफगानी महिलाओं के साथ क्रूरता को लेकर बाइडेन ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा मिलिट्री फोर्स से ही हो। यह राजनयिक और अंतरराष्ट्रीय दबाव से की जा सकती है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद चीन का एक बार फिर बयान आया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने तालिबान से बात करने की पुष्टि की है। उसने कहा है कि तालिबान का रुख पहले से ज्यादा साफ है। उम्मीद है, तालिबान अतीत में बनी अपनी छवि को नहीं दोहराएगा।
तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका अफगानिस्तान के साथ हथियारों की डील नहीं करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सभी ऐसी डील्स को रद्द कर दिया गया है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की गैरमौजूदगी में खुद को कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करने वाले अमरुल्ला सालेह के से जुड़े ट्विटर अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया गया है। सालेह लगातार तालिबान के खिलाफ ट्वीट कर रहे थे।
पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह समेत अन्य नेताओं ने गुरुवार को काबुल में पाकिस्तानी राजदूत मंसूर अहमद खान से मुलाकात की। मीटिंग में नई सरकार को लेकर चर्चा की गई।
प्रदर्शनों के बाद तालिबान ने खोस्त प्रांत में कर्फ्यू लगाया, सर्च ऑपरेश चलाएगा
अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में अपने विरोध में हुए प्रदर्शन के बाद तालिबान ने कर्फ्यू लगा दिया है। तालिबानी लड़ाकें यहां सर्च ऑपरेश चलाएंगे। वे यहां अपने विरोधियों की पहचान करेंगे। बुधवार रात ही खोस्त में कर्फ्यू का ऐलान किया गया था। खोस्त तालिबान के खिलाफ रहा है। हालांकि अब यह लड़ाकों के नियंत्रण में है।
तालिबान की कर्फ्यू की घोषणा के बाद गुरुवार को खोस्त के मुख्य बाजार में सन्नाटा छाया रहा।
तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर अपना झंडा गाड़ दिया। तालिबानी हुकूमत के ठीक पांचवें दिन यानी 19 अगस्त को अफगानिस्तान अपनी आजादी मना रहा है। तालिबानी हुकूमत के खिलाफ आजादी के दिन कई इलाकों में लोग तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन में अफगानिस्तान का झंडा लहरा रहे हैं।


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