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हीरे के अंदर मिला 80 करोड़ साल पुराना दूसरा हीरा, चमक ऐसी कि जौहरियों की आंखें फटी

Neha Dani
13 July 2021 9:51 AM GMT
हीरे के अंदर मिला 80 करोड़ साल पुराना दूसरा हीरा, चमक ऐसी कि जौहरियों की आंखें फटी
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जो बाद में मेंटल प्रक्रिया के चलते घुल गई. इस वजह से एक हीरा दूसरे हीरे के भीतर चला गया.

रूस (Russia) में एक बेदह ही दुर्लभ तरह का हीरा (Diamond) खोजा गया है. दरअसल, एक हीरे के भीतर एक दूसरे हीरे को खोजा (Diamond inside Diamond) गया है. बताया गया है कि ये हीरा 80 करोड़ साल पुराना हो सकता है. इस हीरे को मैत्रियोश्का हीरा (Matryoshka diamond) नाम दिया गया है, क्योंकि ये बिल्कुल पारंपरिक रूसी गुड़िया मैत्रियोश्का (Russian Matryoshka Doll) की तरह दिखता है. इनमें से कई गुड़ियों को अवरोही क्रम में दूसरी गुड़िया के अंदर रखा जाता है.

एक्सपर्ट अभी तक ये पता नहीं लगा पाए हैं कि ये अजीबोगरीब हीरा कैसा तैयार हुआ है. लेकिन उन्हें इस बात पर पूरा यकीन है कि ये वैश्विक हीरा खनन के इतिहास में इस तरह का पहला मामला है. ALROSA के रिसर्च और डेवलपमेंट जियोलॉजिकल इंटरप्राइजेज के उप निदेशक ओलेग कोवलचुक ने कहा कि जहां तक ​​हम जानते हैं, वैश्विक हीरा खनन के इतिहास में अभी तक ऐसे हीरे नहीं मिले थे. उन्होंने कहा कि यह वास्तव में प्रकृति की अनूठी रचना है. आमतौर पर कुछ खनिज दूसरे की जगह ले लेते हैं, लेकिन वह जगह नहीं छोड़ते हैं.
इतने कैरेट के हैं दोनों हीरे
ये स्पष्ट नहीं है कि इस असामान्य हीरे की कीमत कितनी हो सकती है. हीरा का खनन याकुतिया में ALROSA के न्युरबा खनन और प्रसंस्करण विभाग में किया गया. इस हीरे की संरचना काफी जटिल है और बाहरी हीरे का वजन केवल 0.62 कैरेट है. वहीं, दूसरे हीरे का वजन करीब 0.02 कैरेट है. अंदर फंसा दूसरा हीरा सपाट है. दूसरे हीरे की खोज हीरे की जांच के दौरान हुई थी. विशेषज्ञ अब इस हीरे की कई तरह से जांच कर रहे हैं, जिसमें एक्स-रे भी शामिल है.
…तो इस वजह से ये हीरे एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं
हीरे के विश्लेषण के आधार पर, शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि अंदर का हीरा सबसे पहले विकसित हुआ था. इतना ही नहीं, दोनों हीरों के बीच हवा के रहने के लिए पर्याप्त जगह भी है. ओलेग कोवलचुक ने कहा कि अभी हमारे पास दो मुख्य विचार हैं. पहले वर्जन के मुताबिक, एक मेंटल मिनरल ने अपने विकास के दौरान एक हीरे को अपने कब्जे में ले लिया और बाद में यह पृथ्वी की सतह में घुल गया. उन्होंने कहा कि दूसरे वर्जन के मुताबिक, तेज गति से हो रही वृद्धि के चलते पॉलीक्रिस्टलाइन हीरा पदार्थ की एक परत बनी. जो बाद में मेंटल प्रक्रिया के चलते घुल गई. इस वजह से एक हीरा दूसरे हीरे के भीतर चला गया.


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