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सिंधु आयोग की पाकिस्तान में वार्षिक बैठक 1 से 3 मार्च तक, पहली बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल में तीन महिला अधिकारी होंगी

Saqib
20 Feb 2022 5:49 PM GMT
सिंधु आयोग की पाकिस्तान में वार्षिक बैठक 1 से 3 मार्च तक, पहली बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल में तीन महिला अधिकारी होंगी
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इस बार स्थायी सिंधु आयोग की बैठक की मेजबानी पाकिस्तान करने जा रहा है। जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारी ने रविवार को बताया कि एक से तीन मार्च के बीच होने वाली बैठक में 10 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा। दोनों देशों के बीच सिंधु जल समझौते के बाद पहली बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल में तीन महिला अधिकारी भी शामिल होंगी। पिछले वर्ष सिंधु जल के लिए पाकिस्तानी आयुक्त के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल भारत आया था।

सिंधु जल के लिए भारतीय आयुक्त प्रदीप कुमार सक्सेना ने कहा, 'इस्लामाबाद में एक से तीन मार्च के बीच स्थायी सिंधु आयोग की सालाना बैठक होगी।' भारतीय प्रतिनिधिमंडल में सक्सेना के अलावा केंद्रीय जल आयोग, केंद्रीय विद्युत प्राधिकार, राष्ट्रीय पनबिजली ऊर्जा कारपोरेशन और विदेश मंत्रालय से उनके सलाहकार शामिल होंगे। पाकिस्तान की ओर से सिंधु जल के लिए आयुक्त सैयद मुहम्मद मेहर अली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल अटारी सीमा से 28 फरवरी को पाकिस्तान पहुंचेगा और इसी मार्ग से चार मार्च को वापस लौटेगा। दोनों देशों के आयुक्तों के बीच बैठक के लिए एजेंडे को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बैठक के एजेंडे में भारतीय पनबिजली परियोजनाओं पर पाकिस्तान की आपत्ति शामिल हो सकती है।

जिन परियोजनाओं पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है उनमें जम्मू एवं कश्मीर में चेनाब बेसिन में स्थित पकाल दुल (1000 मेगावाट), निचली कालनाइ (48 मेगावाट), किरु (624 मेगावाट) और लद्दाख में छोटी पनबिजली परियोजनाएं शामिल हैं। समझौते के अनुसार, भारत के पास पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों पर रन-आफ दी रिवर के माध्यम से पनबिजली तैयार करने का अधिकार है। पाकिस्तान ने भारतीय पनबिजली परियोजना की डिजाइन पर आपत्ति दर्ज कराई है।

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