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तेल उत्पादन में कटौती करने का फैसला लिया है ताकि रूसी गैस पर निर्भरता बढ़ जाए.
पूरी दुनिया में इन दिनों अलग-अलग देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है. अब नया विवाद सऊदी अरब औऱ अमेरिका के बीच का है. दोनों देशों के रिश्ते फिर से खराब होते दिख रहे हैं. अमेरिका की चेतावनी के बाद अब सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के भाई सऊद अल-शालान ने सऊदी अरब को 'चुनौती' देने वालों को धमकी देते हुए कहा कि, 'जो भी किंगडम के अस्तित्व को चुनौती दे रहे हैं... उन्हें बताना चाहते हैं कि हम जिहाद और शहादत के लिए ही बने हैं.'
यहां से शुरू हुआ विवाद
दरअसल, कुछ दिनों पहले ओपेक प्लस समूह ने तेल उत्पादन में 20 लाख बैरल प्रतिदिन कटौती की घोषणा की थी जिससे वॉशिंगटन और रियाद के बीच तनाव बढ़ गया था. इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सऊदी अरब पर रूस और व्लादिमीर पुतिन का सहयोग करने का आरोप लगाया था. बाइडन ने कहा था कि अमेरिका सऊदी अरब के साथ अपने संबंधों पर 'पुनर्विचार' करेगा.
अमेरिका और पश्चिमी देशों पर पड़ेगा असर
अभी अगर अमेरिका और सऊदी अरब के बीच रिश्तों में और तकरार बढ़ता है तो अमेरिकियों को महंगी गैस खरीदनी पड़ सकती है. वहीं नाराज बाइडन ने सऊदी अरब पर रूस की मदद करने का आरोप लगा दिया था. साथ ही सऊदी अरब को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा, ये भी बाइडन ने कहा था.
'देश को चुनौती देने वाले सुन लें...'
बाइडन का जवाब देते हुए सऊदी प्रिंस ने कहा, 'पश्चिम के लिए मेरा जवाब है... जो कोई भी इस किंगडम के अस्तित्व को चुनौती दे रहा है, हम सभी जिहाद और शहादत के लिए ही बने हैं. मेरा यह संदेश उन सभी के लिए है जो सोचते हैं कि वे हमें डरा सकते हैं.' सऊदी अरब ओपेक प्लस समूह का सबसे प्रमुख सदस्य है और रूस भी इसमें शामिल है. अमेरिका का आरोप है कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की मदद के लिए सऊदी अरब ने तेल उत्पादन में कटौती करने का फैसला लिया है ताकि रूसी गैस पर निर्भरता बढ़ जाए.
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