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मंकीपॉक्स के खतरे के बीच WHO के महानिदेशक ने की अपील, कहा- सावधान रहें ये देश

Neha Dani
9 Jun 2022 2:40 AM GMT
मंकीपॉक्स के खतरे के बीच WHO के महानिदेशक ने की अपील, कहा- सावधान रहें ये देश
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मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं. इसके बाद त्वचा पर चकत्ते या घाव होते हैं.

मंकीपॉक्स के संक्रमण (monkeypox infection) में वृद्धि के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने प्रभावित देशों से बीमारी को नियंत्रित करने के लिए सभी मामलों और संपर्कों की पहचान करने का आग्रह किया है. इसको लेकर उन्होंने ट्वीट किया है.

29 देशों में सामने आ चुके हैं मामले
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 29 देशों में अब तक 1 हजार से अधिक मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि, इन देशों में यह बीमारी स्थानीय नहीं है. हालांकि, इन देशों में अब तक इससे कोई मौत नहीं हुई है.ऐसे मे WHO प्रभावित देशों से प्रकोप को नियंत्रित करने और संक्रमण को रोकने के लिए सभी मामलों और संपर्कों की पहचान करने का आग्रह करता है.
इन देशों पर भी खतरा
उन्होंने कहा कि गैर- स्थानीय देशों में मंकीपॉक्स स्थायी तौर पर स्थापित हो सकता है. इसका खतरा काफी अधिक है. टीकों के बारे में बोलते हुए टेड्रोस ने कहा कि एंटीवायरल और वैक्सीन मंकीपॉक्स (monkeypox vaccine) के लिए अप्रूव किए जा चुके हैं , लेकिन इनकी आपूर्ति सीमित हैं. WHO सार्वजनिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं के आधार पर एक समन्वय तंत्र विकसित करने पर काम कर रहा है.
वैक्सीनेशन की है जरूरत
टेड्रोस ने कहा कि बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन (monkeypox vaccination) की आवश्यक है, क्योंकि यह बीमारी अब तक 29 देशों में फैल चुकी है. उन्होंने कहा कि जिनमें मंकीपॉक्स के लक्षण (monkeypox symptoms) हैं, उनको घर पर रहना चाहिए और संक्रमित लोगों के साथ घर शेयर करने वालों को निकट संपर्क से बचना चाहिए.
कई दशकों से मौजूद है ये वायरस
उन्होंने कहा कि यह वायरस दशकों से अफ्रीका (Africa) में है और लोगों की मौत का कारण है. जब इसने विकसित देशों को प्रभावित करना शुरू किया तो दुनिया का ध्यान गया. WHO के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर एक स्व-सीमित बीमारी है और आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह तक रहती है. यह बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों में गंभीर हो सकती है. इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं. इसके बाद त्वचा पर चकत्ते या घाव होते हैं.

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