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यूक्रेन में तनाव के बीच बाइडन ने की पुतिन से फोन पर बात कड़े जवाब की दी चेतावनी, जानें क्या कहा

Renuka Sahu
13 Feb 2022 1:02 AM GMT
यूक्रेन में तनाव के बीच बाइडन ने की पुतिन से फोन पर बात कड़े जवाब की दी चेतावनी, जानें क्या कहा
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फाइल फोटो 

यूक्रेन संकट को लेकर रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच फोन पर चली लंबी वार्ता समाप्त हो गई। व्हा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन संकट को लेकर रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच फोन पर चली लंबी वार्ता समाप्त हो गई। व्हाइट हाउस का कहना है कि ऐसी रिपोर्ट है कि रूस जल्द ही यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है। व्हाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच 62 मिनट तक बातचीत हुई। इससे पहले पुतिन की फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से रूस और यूरोप की सुरक्षा पर एक घंटा चालीस मिनट वार्ता हुई।

पुतिन से वार्ता में बाइडन ने यूक्रेन पर हमला होने की स्थिति में कड़े जवाब की चेतावनी दी। बाइडन ने कहा, यह जवाब इतने व्यापक असर वाला होगा कि उससे रूस का दुनिया में टिके रह पाना मुश्किल हो जाएगा। इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन से अपने दूतावास कर्मी और 150 मिलिटरी ट्रेनर बुलाने का फैसला किया है। ये ट्रेनर यूक्रेन में सैनिकों को मदद में दिए गए अमेरिकी हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने गए थे। रूस के बचे हुए राजनयिकों और अन्य कर्मचारियों ने भी यूक्रेन छोड़ना शुरू कर दिया है। यूक्रेन की सीमाओं पर बनी स्थिति को देखते हुए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने अपने नागरिकों से 48 घंटे में यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है।
तीन तरफ से चार मोर्चो पर यूक्रेन के घिरने के बाद अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने नागरिकों से निकलने के लिए कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने साफ कर दिया है कि युद्ध छिड़ने के बाद यूक्रेन से नागरिकों को निकालना संभव नहीं होगा, इसलिए सभी अमेरिकी जल्द से जल्द वहां से निकल आएं। अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन पर रूसी हमले की शुरुआत हवाई हमलों और मिसाइल प्रहार से हो सकती है, इसके बाद थल सेना और नौसेना के हमले होंगे। ये हमले बीजिंग में विंटर ओलिंपिक को 20 फरवरी को समापन से पहले हो सकते हैं।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर रूसी सैन्य तैनाती बढ़ रही है और बहुत जल्द हमले का अंदेशा है। इस बीच राष्ट्रपति बाइडन ने पोलैंड में तीन हजार अमेरिकी सैनिक और भेजने का निर्देश दिया है। हाल ही में अमेरिका ने यहां पर 1,700 सैनिक भेजे हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने यूक्रेन पर हमला होने पर रूस का कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की चेतावनी दी है।
युद्ध का हौव्वा खड़ा कर रहा पश्चिम : रूस
रूस यूक्रेन को नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल न किए जाने का स्पष्ट आश्वासन चाहता है। उसे आशंका है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल कर पश्चिमी देश रूस की सीमा पर अपनी मिसाइलें तैनात कर देंगे। इससे रूस पर खतरा बढ़ जाएगा। रूस की इस मांग पर अमेरिका और नाटो कोई जवाब नहीं दे रहे। रूस की एक अन्य मांग पूर्वी और मध्य यूरोपीय देशों से नाटो की सैन्य तैनाती हटाए जाने की है। इस पर भी अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो ने कोई जवाब नहीं दिया है। रूस ने इसे पश्चिमी देशों का अपमानजनक आचरण बताया है। कहा है कि पश्चिमी देशों को रूस समेत पूरे क्षेत्र की सुरक्षा की चिंता नहीं है। वे केवल युद्ध का हौव्वा खड़ा करने में लगे हैं और क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहे हैं, जबकि रूसी सेनाएं अपनी सीमा के भीतर हैं।रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है और पड़ोसी देश बेलारूस में युद्धाभ्यास के लिए अपने सैनिक भेजे हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि खुफिया सूचना मिली है कि रूस बुधवार को हमला कर सकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह सूचना कितनी पुष्ट है, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।


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