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अमेरिका के इस अरबपति ने की घोषणा मौत के बाद जिंदगी के रहस्य से पर्दा हटाने वालो को मिलेगा इतने डॉलर का ईनाम

Kajal Dubey
25 Jan 2021 12:53 PM GMT
अमेरिका के इस अरबपति ने की घोषणा मौत के बाद जिंदगी के रहस्य से पर्दा हटाने वालो को मिलेगा इतने डॉलर का ईनाम
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रॉबर्ट बिगेलॉव ने इसके लिए बाकायदा एक इंस्टीट्यूट की भी स्थापना की है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका में एक अरबपति व्यवसाई रॉबर्ट बिगेलॉव ने मौत के बाद की जिंदगी के रहस्य खोलने के लिए बड़ी ईनामी राशि की घोषणा की है. रॉबर्ट बिगेलॉव ने इसके लिए बाकायदा एक इंस्टीट्यूट की भी स्थापना की है. उन्होंने अब घोषणा की है कि अगर किसी ने सही तरीके से मौत के बाद की जिंदगी के रहस्यों पर से पर्दा हटा दिया, तो उसे 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर का ईनाम दिया जाएगा. भारतीय मुद्रा में ये 73,402,456 (7 करोड़, 34 लाख, 2 हजार 456) रुपए होते हैं.

पत्नी के मौत के बाद गंभीर हुए रॉबर्ट - रॉबर्ट बिगेलॉव एरोस्पेस इंडस्ट्री के जाने माने नाम हैं और वो कई व्यवसायों में निवेश कर चुके हैं. फिलहाल वो बिगलॉव एरोस्पेस के सीईओ हैं और उनकी उम्र 75 साल है. उनकी पत्नी का पिछले साल निधन हो गया. इसके बाद उन्होंने इस बात को और गंभीरता से लेना शुरू कर दिया. इसके लिए उन्होंने पिछले साल जून में Bigelow Institute for Consciousness Studies (BICS) की स्थापना की, जिसमें मौत के बाद की जिंदगी से जुड़ी खोजों पर जोर दिया जा रहा है. उनकी पत्नी 55 साल की थी और उनकी मौत हो गई थी.
बेटे ने की थी आत्महत्या, तब से जगी जिज्ञासा - रॉबर्ट के बेटे रॉड ली ने 24 साल की उम्र में साल 1992 में आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद उन्होंने विशेषज्ञ जॉर्ज एंडरसन से बातचीत भी की थी. एंडरसन ने कहा था कि वो उनके बेटे से बात तो नहीं कर सके, लेकिन उनके बेटे की आत्मा ठीक है और किसी तकलीफ में नहीं है. उन्होंने कहा था कि बेटे की शांति के लिए उन्हें उसे याद करना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि हम जो कुछ भी यहां करते हैं, उसका असर दूसरी तरफ भी पड़ता है.
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खास शर्त भी करनी होगी पूरी- रॉबर्ट बिगेलॉव के इंस्टीट्यूट ने ये तय किया है कि ये अवॉर्ड उस व्यक्ति को दिया जाएगा, जिसने कम से कम 5 साल इन विषय पर काम किया हो. और वो किसी बड़ी संस्था से जुड़ा हो, जो मृत्यु के पश्चात के जीवन पर रिसर्च करने में जुटी हैं. यही यहीं, इस प्राइज को पाने वाले को 1 अगस्त से पहले कम से कम 25 हजार शब्दों की रिपोर्ट भी देनी होगी, जिसके बाद एक पैनल जीतने वाले के नाम की घोषणा करेगा.


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