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फोटो से पता चलता है कि पीछा करते समय अमेरिकी युद्धपोतों ने सुरक्षित दूरी बना रखी थी।
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी नौसेना मनोवैज्ञानिक युद्ध में जुट गई है। हाल में अमेरिकी और चीनी युद्धपोतों का आमना-सामना भी हो चुका है। हांगकांग स्थित अंग्रेजी के अखबार साउथ चाइना मार्निग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों ने पूर्व और दक्षिण चीन सागर में अपने एयरक्राफ्ट करियर स्ट्राइक ग्रुप्स तैनात कर दिए हैं।
अमेरिका ने रविवार को एक तस्वीर जारी की जिसमें दिखाया गया है कि उसके गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर चीनी एयरक्राफ्ट करियर स्ट्राइक ग्रुप्स का पीछा कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका का यह कदम चीन को स्पष्ट संदेश देने के लिए उठाया गया है। काऊशुंग स्थित ताइवान की नौसेना अकादमी के पूर्व प्रशिक्षक लू ली सिह ने कहा, 'फोटो में कमांडर ब्रिग्स अपने बेड़े के साथ बेहद रिलैक्स अंदाज में कुछ हजार गज की दूरी पर स्थित चीन के लिओनिंग शिप को देखते हुए नजर आ रहे हैं।
जबकि उनके डिप्टी उनके पास में ही बैठे हुए हैं। वे दिखा रहे हैं कि वे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अपने समकक्षों को बेहद हल्के में लेते हैं।' लू ने कहा कि यह पूर्वनियोजित फोटो निश्चित रूप से मनोवैज्ञानिक युद्ध है जो दिखाता है कि अमेरिका पीएलए को तात्कालिक खतरे के रूप में नहीं देखता। वहीं, चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि फोटो से पता चलता है कि पीछा करते समय अमेरिकी युद्धपोतों ने सुरक्षित दूरी बना रखी थी।
Neha Dani
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