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बहुत ज्यादा रकम है. एजुकेशन पर काफी कम खर्च किया जाने वाला है.
अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने 19 खरब अमेरिकी डॉलर के राहत पैकेज (Relief Bill) पर गुरुवार को हस्ताक्षर कर दिए. राष्ट्रपति ने कहा कि इस राहत पैकेज से कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण दिक्कतें झेल रहे लोगों, कारोबारियों को मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा. बाइडेन ने राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद पहली बार राष्ट्र को अपना प्राइम-टाइम संबोधन देने से कुछ घंटो पहले राहत देने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर किए.
अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी के कारण 5.29 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ओवल कार्यालय में विधेयक पर हस्ताक्षर करते हुए बाइडेन ने कहा कि यह ऐतिहासिक कानून इस देश की रीढ़ की हड्डी (अर्थव्यवस्था) को फिर से मजबूत करेगा. बाइडेन की योजना इस विधेयक पर शुक्रवार को हस्ताक्षर करने की थी लेकिन यह विधेयक बुधवार देर शाम ही व्हाइट हाउस पहुंच गया. यह उम्मीद से पहले आ गया. उन्होंने कहा,''हम जल्द से जल्द इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं.''
तीन हिस्सों में बांटा गया पैकेज
बाइडेन ने कहा कि वह इस बारे में बात करेंगे कि बीते एक साल में देश किस-किस चीजों से गुजरा है और आगे क्या आने वाला है. मालूम हो कि 1.9 ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज को तीन हिस्सों में बांटा गया है. इसका एक बड़ा हिस्सा अमेरिकन हाउसहोल्ड को डायरेक्ट बेनिफिट के तौर पर दिया जाएगा. इसके अलावा 415 अरब डॉलर कोरोना महामारी और 1000 अरब डॉलर से ज्यादा राशि डायरेक्ट सपोर्ट के तौर पर रखी गई है. राहत पैकेज में 440 अरब डॉलर बिजनेस को सपोर्ट करने के लिए रखे गए हैं.
पैकेज पर रिपब्लिकन का क्या कहना है?
इस राहत पैकेज को लेकर डमोक्रैट्स का कहना है कि इकोनॉमी में भारी गिरावट आई है और 5 लाख से ज्यादा अमेरिकन की मौत हो चुकी है. इसके कारण स्टिमुलस की जल्द से जल्द जरूरत है. इस पैकेज को लेकर रिपब्लिकन का कहना है कि यहबहुत ज्यादा रकम है. एजुकेशन पर काफी कम खर्च किया जाने वाला है.
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