आतंकी हमलों की साजिश रचने और पाकिस्तानी दंपति को दो पावरफुल असॉल्ट राइफल्स देने के जुर्म में अमेरिकी शख्स को 20 साल की जेल हो गई है। 2015 में उक्त दंपति ने कैलिफोर्निया में सामूहिक गोलीबारी की थी जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। यह जानकारी फेडरल प्रॉसीक्यूटर ने दी है। 28 वर्षीय एनरिक मारक्वेज जूनियर को शुक्रवार को अमेरिका के जिला जज जीसस बर्नल (Jesus Bernal) ने सजा सुनाई। पाकिस्तानी अमेरिकी दंपति सैयद रिजवान फारूक (Syed Rizwan Farook) और ताशफीन मलिक द्वारा की गई गोलीबारी हमले में 14 लोगों की मौत हो गई थी और 22 जख्मी थे।
2017 में मारक्वेज को आतंकियों को साधन मुहैया कराने का दोषी पाया गया था। अदालत में मारक्वेज ने अपनी गलती को स्वीकार किया। उसने बताया कि 2011 ओर 2012 में रिवरसाइड सिटी कॉलेज और हाइवे पर ट्रैफिक पर हमले का पूरा प्लान बनाया था और यह भी कहा कि 29 वर्षीय फारूक के साथ मिलकर उसने साजिश रची थी।
इसके अलावा झूठे और गलत बयानबाजी के लिए भी मारक्वेज को दोषी बताया गया। तीन सालों से भी अधिक समय बीत जाने के बाद फारूक और उनकी पत्नी तशफीन मलिक ने उन राइफलों का इस्तेमाल सैन बर्नार्डिनो इनलैंड रीजनल सेंटर (San Bernardino Inland Regional Center,IRC) पर 2 दिसंबर 2015 को हमला करने में किया था।