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फाइल फोटो
हाउती विद्रोहियों द्वारा संयुक्त अरब अमीरात पर किए गए हवाई हमलों के बाद यहां की सुरक्षा को मजबूती देने के लिए अमेरिका सामने आया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हाउती विद्रोहियों (Houthi Rebels) द्वारा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पर किए गए हवाई हमलों के बाद यहां की सुरक्षा को मजबूती देने के लिए अमेरिका सामने आया है। इसने अपने फाइटर जेट एफ-22 का एक जत्था शनिवार को यहां भेज दिया। ये फाइटर जेट अबू धाबी के अल डफरा एयर बेस पर उतारे गए हैं। इस समय यूएई में करीब दो हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। हाउती विद्रोहियों के हमले के बाद से अमेरिकी सैनिक मोर्चा संभाले हुए हैं।
अमेरिकी सैनिकों ने कुछ दिन पहले पैट्रियट इंटरसेप्टर मिसाइलों को लांच किया। इराक में 2003 के अमेरिकी नेतृत्व वाले आक्रमण के बाद से अमेरिकी सैनिकों ने इस सिस्टम का इस्तेमाल किया है। अमेरिकी अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि यूएई में कितने एफ-22 फाइटर जेट तैनात किए गए हैं।
पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है एफ-22
दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में गिना जाने वाला एफ-22 रैप्टर पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। अमेरिकी कंपनी लाकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित एफ-2215 दिसंबर 2005 को अमेरिकी वायुसेना में शामिल किया गया। अमेरिका ने अबतक एफ-22 के 195 यूनिट्स को बनाया है, जिनमें से 8 विमान टेस्टिंग के लिए रखे गए हैं। शेष 187 एफ-22 रैप्टर अमेरिका वायु सेना में कार्यरत हैं। बता दें कि यमन के ईरान समर्थक हाउती विद्रोहियों के हमले झेलने वाले UAE के लिए अमेरिका आगे आया। पिछले सप्ताह ही अमेरिका ने ऐलान किया था कि वह F-22 फाइटर जेट और एक गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रायर को यूएई के आसपास तैनात करेगा।
अमेरिकी सेना के मध्य कमान की ओर से बयान जारी कर कहा गया, 'एक मित्र ही संकट के समय दूसरे मित्र के साथ होता है।' अमेरिकी जनरल ने कहा था कि अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर दुश्मन के ड्रोन विमानों के उड़ाने भरने से पहले ही उन्हें तबाह करने के 'प्रभावी हल' को निकालने के लिए काम कर रहा है।
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