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जिसमें से कुछ तो अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। पशुओं के लिए बनी आइवरमेक्टिन दवा लेने के कारण एक मरीज को नौ दिन अस्पताल में बिताने पड़े।
अमेरिका में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इस महामारी के इलाज में आइवरमेक्टिन दवा का इस्तेमाल रोकने के प्रयास तेज हो गए हैं। अमेरिका के स्वास्थ्य विशेषज्ञ और समूह इस पैरासाइट ड्रग से कोविड के मरीजों का इलाज करने की बढ़ती प्रवृत्ति से चिंतित हैं और उनका कहना है कि कोविड के इलाज में इस दवा का प्रयोग रोका जाना चाहिए।
अमेरिका की फेडरल ड्रग एजेंसी (FDA) ने एक एडवाइजरी जारी कर अमेरिकी लोगों से कहा है कि इस दवा को अत्यधिक मात्रा में लेना खतरनाक है और इससे सेहत को बेहद गंभीर नुकसान हो सकता है। इससे उलझन, उल्टी, डायरिया, दौरे पड़ने से लेकर मौत तक हो सकती है। भारत में भी कोविड के इलाज में आइवरमेक्टिन का इस्तेमाल होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी मरीज की हिस्ट्री के हिसाब से नियंत्रित प्रयोग के अलावा इसके इस्तेमाल के खिलाफ चेताया है।
आइवरमेक्टिन के कारण नौ दिनों तक अस्पताल में रहा एक मरीज
अमेरिका में कोविड की चौथी लहर के बीच अधिकांश लोग आइवरमेक्टिन के प्रयोग की तरफ बढ़े हैं। एफडीए से अधिकृत यह दवा इंसानों के अलावा पशुओं (गाय, घोड़ा और कुत्ते आदि) में भी पैरासाइट (परजीवी) को मारने के लिए इस्तेमाल की जाती है। अमेरिका के कुछ इलाकों में एनिमल फीड स्टोर में इस दवा की भारी कमी हो गई है क्योंकि लोग वहां से इसे कोविड के इलाज के लिए खरीद रहे हैं। अमेरिका के विष नियंत्रण केंद्रों में अचानक पांच गुना अधिक मरीज आ रहे हैं। जिसमें से कुछ तो अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। पशुओं के लिए बनी आइवरमेक्टिन दवा लेने के कारण एक मरीज को नौ दिन अस्पताल में बिताने पड़े।
Neha Dani
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