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अमेरिकी राजनयिक की दो टूक, कहा-पाकिस्तान ने सार्थक सहयोग दिया होता तो अफगानिस्तान में हालात अलग होते

Renuka Sahu
18 Feb 2022 5:20 AM GMT
अमेरिकी राजनयिक की दो टूक, कहा-पाकिस्तान ने सार्थक सहयोग दिया होता तो अफगानिस्तान में हालात अलग होते
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फाइल फोटो 

अफगानिस्तान मामले पर अमेरिका के शीर्ष राजनयिक थॉमस वेस्ट ने कहा है कि अगर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में संघर्ष को समाप्त करने के लिए हुए समझौते को लेकर अधिक सार्थक व सुसंगत तरीके से अमेरिका के साथ सहयोग दिया होता, तो ”हम आज एक अलग जगह पर होते. वेस्ट को अक्टूबर 2021 में अफगानिस्तान के लिए अमेरिका का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था, और अमेरिकी व नाटो बलों की वापसी तथा तालिबान के नियंत्रण के बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी उद्देश्यों पर काम करने का जिम्मा सौंपा गया था.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान (Afghanistan) मामले पर अमेरिका (America) के शीर्ष राजनयिक थॉमस वेस्ट ने कहा है कि अगर पाकिस्तान (Pakistan) ने अफगानिस्तान में संघर्ष को समाप्त करने के लिए हुए समझौते को लेकर अधिक सार्थक व सुसंगत तरीके से अमेरिका के साथ सहयोग दिया होता, तो "हम आज एक अलग जगह पर होते. वेस्ट को अक्टूबर 2021 में अफगानिस्तान के लिए अमेरिका का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था, और अमेरिकी व नाटो बलों की वापसी तथा तालिबान के नियंत्रण के बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी उद्देश्यों पर काम करने का जिम्मा सौंपा गया था.

अमेरिका और तालिबान के साथ उसकी वार्ता के विषय पर मंगलवार को वाशिंगटन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वेस्ट ने कहा, "वार्ता के दौरान, जनवरी से अगस्त तक, और पहले के वर्षों में, हम कुछ कदमों के संबंध में पाकिस्तान के नेतृत्व के साथ बहुत निकट संपर्क में थे. हमने पाकिस्तान से बातचीत के जरिये इस संघर्ष के समाधान की संभावनाओं को बढ़ाने का आग्रह किया था.'उन्होंने कहा, 'अगर पाकिस्तान ने उनमें से कुछ कदम अफगानिस्तान में संघर्ष को समाप्त करने के लिए हुए समझौते को लेकर अधिक सार्थक व सुसंगत तरीके से अमेरिका के साथ सहयोग किया होता, तो हम आज एक अलग जगह पर होते.
अफगानिस्तान का घटनाक्रम मध्य एशिया पर डालेगा असर-भारत
वहीं पिछले साल भारत सरकार (Indian Government) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में कब्जा जमाने वाले तालिबान के प्रति नरमी दिखाते हुए बातचीत के संकेत दिए थे, लेकिन इस साल चीजें थोड़ी अलग नजर आ रही हैं. हाल ही में भारत ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र को फिर से चेताया है. भारतीय एंबेस्डर ने यूएन में कहा कि अफगानिस्तान के हालात का मध्य एशियाई क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ेगा. बता दें कि अगस्त 2021 में तालिबान ने फिर से अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया था.
मादक पदार्थों की तस्करी पर खींचा ध्यान
यूएन में भारत के स्थायी दूत टी.एस. तिरुमूर्ति ने बुधवार को सुरक्षा परिषद का ध्यान इस समस्या पर दिलाया. उन्होंने बताया कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद से वहां मादक पदार्थों की तस्करी तेजी से हो रही है. वह जगह आतंकवाद का अड्डा बन सकता है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि सभी को इस मुद्दे पर ध्यान देना होगा, नहीं तो इसका असर मध्य एशियाई देशों पर पड़ेगा. उन्होंने ये भी कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के मुताबिक यूएन व क्षेत्रीय व उपक्षेत्रीय संगठनों के साथ सक्रिय मदद करने को तैयार है.
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