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अमेरिकी देश ने 'एक चीन' की नीति को माना, निकारागुआ ने खत्‍म की ताइवान की मान्‍यता

Neha Dani
10 Dec 2021 6:27 AM GMT
अमेरिकी देश ने एक चीन की नीति को माना, निकारागुआ ने खत्‍म की ताइवान की मान्‍यता
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वापसी के बाद उन्‍होंने चीन और ताइवान दोनों के साथ संबंध स्‍थापित किए थे।

चीन ने अमेरिका को उसके 'घर' में ही बड़ा झटका दिया है। अमेरिका के प्रभाव का क्षेत्र कहे जाने वाले लैटिन अमेरिकी देश निकारागुआ ने 'एक चीन' की नीति को मान लिया है और ताइवान की राजनयिक मान्‍यता को खत्‍म कर दिया है। निकारागुआ ने गुरुवार को चीन के समर्थन में ताइवान से संबंध तोड़ने का ऐलान किया। निकारागुआ के विदेश मंत्री डेनिस मोनकाडा ने कहा कि चीन के हितों का प्रतिनिध‍ित्‍व करने वाली एक 'वैधानिक सरकार' है।

मोनकाडा ने कहा, 'पीपुल्‍स रिपब्लिक ऑफ चाइना पूरे चीन का प्रतिनिधित्‍व करने वाली एकमात्र वैधानिक सरकार है और ताइवान चीन के क्षेत्र का अलग नहीं किए जाने वाला हिस्‍सा है।' चीन की सरकारी मीडिया ने भी इस खबर की पुष्टि की है लेकिन बहुत ज्‍यादा विवरण नहीं दिया है। चीन का दावा है कि ताइवान उसका हिस्‍सा है और अगर जरूरत पड़ेगी तो वह ताकत के बल पर उस पर कब्‍जा करेगा।
F-16V या वाइपर F-16 फाइटिंग फाल्कन परिवार के चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। इस मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट को अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है। एफ-16 वाइपर को फरवरी 2012 में पहली बार लॉन्च किया गया था। इसकी अधिकतम स्पीड 2 मैक है। यह विमान अमेरिका, ताइवान समेत दुनिया के कई देशों की वायु सेना में कार्यरत है। एफ-16 वाइवर लड़ाकू विमान F-35 और F-22 रैप्टर जैसे पांचवी पीढ़ी के विमानों के साथ युद्ध के मैदान में तबाही मचा सकता है। यह लड़ाकू विमान दुश्मनों के एयर डिफेंस को चकमा दे सकता है। इसके अलावा इसे हवा से जमीन और हवा से हवा में लड़ाई जैसे मिशनों पर तैनात किया जा सकता है। इसके अलावा यह लड़ाकू विमान दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक घुसकर हमला करने में भी सक्षम है। इतना ही नहीं, इसे समुद्री मिशनों पर भी तैनात किया जा सकता है। इस विमान के मिशन को जरूरत के हिसाब से कभी भी बदला जा सकता है। इतना ही नहीं यह सभी मौसमों में कठिन से कठिन लक्ष्यों को भी खोज सकता है।
F-16V फाइटर जेट को पहली बार फरवरी 2012 में सिंगापुर एयरशो में पेश किया गया था। मौजूदा एफ-16 विमानों को अपग्रेड कर उन्हें वाइपर श्रेणी में बदला जा सकता है। जिसके बाद इस विमान का नाम एफ-16वी हो जाता है। लॉकहीड मार्टिन को अक्टूबर 2012 में ताइवानी वायु सेना के 145 ब्लॉक 20 F-16A/B विमान को अपग्रेड करने के लिए अमेरिकी सरकार से 1.85 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। अपग्रेड करने के दौरान एफ-16 विमानों में एईएसए रडार (AESA) को लगाया गया। यह रडार एक बार में 20 से अधिक लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। अक्टूबर 2015 में, लॉकहीड मार्टिन ने इंडोनेशियाई वायु सेना के लिए F-16V कॉकपिट को प्रदर्शित किया था। लॉकहीड एफ-16 वाइपर विमान की संभावित बिक्री के लिए इंडोनेशियाई सरकार के साथ बातचीत कर रही है। इंडोनेशियाई वायु सेना ने F-16 ब्लॉक 70/72 विमान के दो स्क्वाड्रन को खरीदने की योजना बना रहा है।
F-16V को ग्लास कॉकपिट, मिशन कंप्यूटर और अत्याधुनिक एवियोनिक्स के साथ अपग्रेड किया गया है। इसमें कलर मल्टी-फ़ंक्शन डिस्प्ले, एक बडा हाई रिज़ॉल्यूशन सेंटर पेडस्टल डिस्प्ले (CPD), हेलमेट-माउंटेड क्यूइंग सिस्टम और हाई वाल्यूम-हाई, हाई-स्पीड डेटा बस भी शामिल हैं। सीपीडी पायलट को वास्तविक स्थिति की सटीक जानकारी प्रदान करता है। एफ-16 वाइपर एक अपग्रेडेड प्रोग्राम करने योग्य डिस्प्ले जनरेटर से भी लैस है। इससे दोस्त और दुश्मन लड़ाकू विमान में तेजी से समझ बढ़ती है। F-16V में सिंगल, हाई परफॉर्मेंस, मॉड्यूलर मिशन कंप्यूटर (MMC) को भी लगाया गया है। यह बेहतर स्थितिजन्य जागरूकता, एयर-टू-एयर स्ट्राइक परफॉर्मेंस, बेहतर टॉरगेटिंग, कम्यूनिकेशन की क्षमताओं को बढ़ाता है।
एक F-16V को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (AAMs) से लैस किया जा सकता है। इसमें जिसमें AIM-9 साइडविंडर, मैजिक II और ASRAAM शॉर्ट-रेंज एयर टू एयर मिसाइलें शामिल हैं। इसके साथ ही इस विमान में साथ ही AIM-7, स्काई फ्लैश और AIM-120 मीडियम रेंज की एयर टू एयर मिसाइलों को भी फिट किया जा सकता है। इसमें इन्फ्रारेड एयर टू एयर मिसाइलें जैसे एआईएम-9एक्स, पायथन IV, एआईएम-132 ASRAAM, और IRIS-T भी लगाए जा सकते हैं।
यह लड़ाकू विमान विमान AGM-119/AGM-84/AGM-65G एंटी-शिप मिसाइलों और AGM-65 Maverick एयर-टू-ग्राउंड टैक्टिकल मिसाइल के साथ-साथ Paveway लेजर-गाइडेड बम, GBU-15 बम से भी हमला कर सकता है। F-16V का AESA रडार सभी मौसमों में टारगेट को ढूंढने में सक्षम है। यह जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को हाई रिज़ॉल्यूशन में पहचान कर सकता है। इसके अलावा फेज एरी रडार से हवा से हवा और हवा से सतह मोड को एक साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। ऑनबोर्ड स्नाइपर एडवांस टार्गेटिंग पॉड (एटीपी) एफ-16 वाइपर को हवा से जमीन और हवा से हवा में लक्ष्य पर निशााना साधने में सहायता करता है।
ताइवान और निकारागुआ के बीच अस्थिर रिश्‍ते
चीन पिछले कई दशकों से ताइवान के साथ राजनयिक रिश्‍ता रखने वाले देशों को अपने पाले में लाने के लिए काफी मशक्‍कत कर रहा है। इससे पहले चीन पनामा, अल सल्‍वाडोर और डोमिनिकल रिपब्लिकन को अपने पाले में ला चुका है। इससे पहले ताइवान और निकारागुआ के बीच स्‍वास्‍थ्‍य और कृषि के क्षेत्र में अस्थिर रिश्‍ते रहे हैं। साल 2007 में निकारागुआ के राष्‍ट्रपति डेनिअल ओर्टेगा के सत्‍ता में वापसी के बाद उन्‍होंने चीन और ताइवान दोनों के साथ संबंध स्‍थापित किए थे।


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