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तालिबान पर अब 'आसमानी कहर' बरसाएगा अमेरिका, बाइडेन ने B-52 से बमबारी का दिया आदेश
Renuka Sahu
8 Aug 2021 1:34 AM GMT
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फाइल फोटो
अफगानिस्तान में तालिबान के कत्लेआम को रोक न पाने में हो रही आलोचनाओं के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा फैसला लिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के कत्लेआम को रोक न पाने में हो रही आलोचनाओं के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने तालिबान के ठिकानों पर बमबारी के लिए बी-52 बमवर्षक और स्पेक्टर गनशिप की तैनाती का आदेश दिया है.
बी-52 बॉम्बर्स से हमले का आदेश
MailOnline की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने आदेश दिया है कि बी-52 बॉम्बर्स के साथ तालिबान पर हमला किया जाए. इन बॉम्बर्स पर AC-130 Spectre गनशिप लगाई जा रही है. यह गनशिप 25 मिमी गैटलिंग तोप, 40 मिमी बोफोर्स तोप और 105 मिमी एम 102 तोप से लैस हैं, जो हवा से ही नीचे भाग रहे दुश्मनों पर सटीक फायरिंग कर सकती है.
अफगानिस्तान में चल रहा भीषण संघर्ष
जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान (Afghanistan) के उत्तर में कुंदुज, तखर और बदख्शां प्रांतों के राजधानी शहरों में अफगान सुरक्षा बल और तालिबानी (Taliban) आतंकियों में भीषण लड़ाई चल रही है. कुंदुज में जन स्वास्थ्य निदेशालय ने कहा कि शहर में शुक्रवार शाम शुरू हुई ताजा झड़पों में 11 नागरिक मारे गए और 39 अन्य घायल हो गए. वहं बदख्शां में पुलिस ने कहा कि अफगान सुरक्षा बलों ने फैजाबाद शहर पर तालिबानी आतंकियों को पीछे धकेल दिया.
तालिबान ने दो शहरों पर कब्जा किया
इससे पहले तालिबान ने दो दिनों में दूसरी प्रांतीय राजधानी पर कब्जा किया. सूत्रों ने पुष्टि की कि तालिबान (Taliban) ने उत्तरी अफगानिस्तान में जवाजान प्रांत की राजधानी शेबरघन का रणनीतिक शहर पर तालिबान का कब्जा हो गया. सूत्रों ने बताया कि सरकारी सुरक्षा बल केवल ख्वाजा डको जिले के प्रांतीय हवाई अड्डे पर तैनात हैं, जो पूर्व उपराष्ट्रपति मार्शल अब्दुल राशिद दोस्तम का गृहनगर है. यह शेबरघन शहर से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
दोस्तम ने तालिबान को मिटाने की कसम खाई
वहीं अफगानिस्तान (Afghanistan) में राष्ट्रपति गनी ने शनिवार को पूर्व उपराष्ट्रपति मार्शल अब्दुल राशिद दोस्तम से मुलाकात की और देश के सुरक्षा हालात पर चर्चा की. इस बैठक में, दोस्तम ने अफगान बलों को अपना पूरा समर्थन देने की कसम खाई. साथ ही कहा कि देश की सुरक्षा स्थिति में सुधार और अफगानिस्तान के मूल्यों की रक्षा के लिए प्रयास करने का समय आ गया है.
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