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अमेरिका : ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी पर देश को गृह युद्ध की तरफ ले जाने का आरोप

Deepa Sahu
11 Dec 2020 1:52 PM GMT
अमेरिका : ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी पर देश को गृह युद्ध की तरफ ले जाने का आरोप
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अमेरिका में नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : अमेरिका में नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी रिपब्लिकन पार्टी के चुनाव नतीजों को लगातार चुनौती देने से देश की चुनाव प्रणाली की साख पर सवाल गहराते जा रहे हैं। अब कुछ डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं और विश्लेषकों ने आरोप लगाया है कि रिपब्लिकन पार्टी देश को एक नए गृह युद्ध की तरफ ले जा रही है।

ताजा विवाद टेक्सास राज्य की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका से उठा है। टेक्सास में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है। टेक्सास ने इस याचिका में चार दूसरे राज्यों के चुनाव नतीजों को चुनौती दी है। इन चारों राज्यों से डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडन चुनाव जीते हैं। टेक्सास की इस पहल के बाद आरोप लगाया जा रहा है कि देश को सिविल वॉर यानी गृह युद्ध की तरफ धकेलने की कोशिश हो रही है। ये चर्चा गरमाने पर सिविल वॉर हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। इस हैशटैग के साथ 40 हजार से ज्यादा ट्विट किए गए।
सिविल वॉर अमेरिकी इतिहास का एक अहम अध्याय है। 1861 से 1865 के बीच अमेरिका में गृह युद्ध हुआ था। तत्कालीन राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के गुलामी प्रथा खत्म करने के फैसले के खिलाफ कई दक्षिणी राज्यों ने तब बगावत कर दी थी। इस कारण गृह युद्ध भड़का था। मौजूदा राजनीतिक संदर्भ में इस शब्द के जिक्र से ये संकेत मिलता है कि राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे को लेकर लगातार खड़े किए जा रहे विवाद से डेमोक्रेटिक पार्टी और उसके समर्थकों का सब्र अब टूटने लगा है।
टेक्सास राज्य ने अपनी याचिका में जॉर्जिया, मिशिगन, पेनिसिल्वेनिया और विस्कोंसिन राज्यों के चुनाव नतीजों को चुनौती दी है। इन सभी राज्यों में डाक से आए वोटों के आधार पर जो बाइडन को विजेता घोषित किया गया। राष्ट्रपति ट्रंप का खेमा डाक से आए वोटों की वैधता पर लगातार सवाल उठाता रहा है। अब रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत वाले 18 अन्य राज्यों और राष्ट्रपति ट्रंप ने भी टेक्सास की याचिका का समर्थन किया है। आरंभ में 17 राज्यों ने टेक्सास का समर्थन किया था। बाद में एरिजोना राज्य ने भी इस याचिका पक्ष में अपना समर्थन पत्र सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दिया।
एरिजोना के इस कदम के पहले याचिका पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व बराक ओबामा प्रशासन के प्रवक्ता रहे टॉमी विएटॉर ने एक ट्विट में कहा- 17 राज्य सुप्रीम कोर्ट से यह मांग कर रहे हैं कि दूसरे राज्यों के मतदाताओं के अधिकार वह छीन ले। ऐसा करना दूसरे गृह युद्ध की शुरुआत करने जैसा है। बराक ओबामा के कार्यकाल में ओबामा केयर (मेडिकल बीमा) कानून को तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले विशेषज्ञ एंडी स्लेविट ने भी कहा कि ये याचिका अगले सिविल वॉर की दिशा में पहला कदम है। उन्होंने कहा कि ये काम वो लोग कर रहे हैं, जो खुद को कानून- व्यवस्था का समर्थक होने का दावा करते हैं।
लेखक जेफ शार्लेट ने कहा है कि टेक्सास की याचिका राष्ट्रीय चुनाव को पलटने की कोशिश है। ऐसा चार दूसरे राज्यों के मतदाताओं के अधिकार छीनने की अपील के जरिए किया जा रहा है। मकसद 25 अन्य राज्यों और कुल मतदाताओं के बहुमत के फैसले को उलट देना है। शार्लेट ने एक ट्विट में कहा कि सिविल वॉर की पृष्ठभूमि ऐसे ही तैयार की जाती है। कॉमेडियन जॉन हार्ट्जेल ने इस विवाद में रंगभेद का पहलू जोड़ते हुए कहा है कि गोरों की श्रेष्ठता मानने वाले कुछ लोग दूसरे गृह युद्ध का खतरा पैदा कर रहे हैं।


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