लॉयड ऑस्टिन ने स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अन्य शक्तियों के साथ साझेदारी करने की उत्सुकता जताई। दक्षिण-पूर्व एशिया के दौरे पर सिंगापुर में ऑस्टिन ने एक भाषण में कहा कि जब हमारे हितों को खतरा होगा तो हम पीछे नहीं हटेंगे। फिर भी हम टकराव नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, मैं पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ मजबूत संचार सहित चीन के साथ एक रचनात्मक, स्थिर संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
बड़ी ताकतों को पारदर्शिता और संचार का मॉडल बनाने की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि हम आम चुनौतियों, खासकर जलवायु परिवर्तन पर मिलकर काम कर सकते हैं। ऑस्टिन का यह बयान चीन में अमेरिकी राजनयिक वेंडी शेरमेन को उस चीनी संदेश के बाद आया है जिसमें चीन के उप विदेश मंत्री ने कहा था कि वाशिंगटन बीजिंग को काल्पनिक शत्रु मानता है।
बता दें कि दो दिन पहले ही चीनी शहर तियानजिन में अमेरिका और चीन के बीच आमने-सामने की उच्च स्तरीय वार्ता के चलते चीन ने अमेरिका पर द्विपक्षीय रिश्तों में गतिरोध पैदा करने का आरोप लगाया था। एक शीर्ष चीनी राजनयिक ने ने इस दुर्लभ उच्च स्तरीय वार्ता में टकराव के सुर अलापते हुए कहा था कि अमेरिका घरेलू समस्याओं से ध्यान हटाने और चीन को दबाने के लिए उसे काल्पनिक शत्रु बना रहा है।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बिगड़के रिश्तों के बीच अमेरिका की दूसरे नंबर की राजनयिक व उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन यहां उच्च स्तरीय बैठक के लिए पहुंची थी। इस बीच चीनी उप विदेश मंत्री शेई फेंग ने अमेरिका से अपनी अत्यधिक पथभ्रष्ट मानसिकता और खतरनाक नीति को बदलने की अपील की थी।
शेरमेन, चीन-अमेरिकी रिश्तों के प्रभारी फेंग और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ तियानजिन शहर के रिजॉर्ट में बंद कमरे में हुई बैठकों में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों पर चर्चा की गई थी। छह माह पूर्व जो बाइडन के अमेरिका में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद वह चीन की यात्रा करने वाली सबसे