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दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका आज मना रहा आजादी का जश्न, आखिर क्या है इंडिपेंडेंस डे का इतिहास

Neha Dani
4 July 2022 6:30 AM GMT
दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका आज मना रहा आजादी का जश्न, आखिर क्या है इंडिपेंडेंस डे का इतिहास
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ब्रिटेन के लोग सबसे ज्यादा तादाद में यहां आ गए और अपना कब्जा कर लिया।

वॉशिंगटन: हर साल 4 जुलाई को अमेरिका अपना स्‍वतंत्रता दिवस मनाता है। इस बार ये अमेरिका का 246वां स्‍वतंत्रता दिवस है। अब आप ये सुनकर चौंक सकते हैं कि दुनिया का सबसे ताकतवर देश जिसके पास सबसे ज्‍यादा हथियार हैं, वो भी गुलाम रहा है। जी हां, अमेरिका भी ब्रिटेन के अधीन रहा है और 4 जुलाई 1776 को उसने ब्रिटिश साम्राज्‍य से आजाद होने का ऐलान किया था। इसके साथ ही संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका या यूनाइटेड स्‍टेट्स ऑफ अमेरिका की स्‍थापना की गई थी। इस दिन पर देश में छुट्टी रहती है। इस मौके पर आमतौर पर आतिशबाजी होती है। पार्क में लोग पिकनिक मनाते हैं, कई तरह के गेम्‍स का आयोजन होता है। साथ ही राजनीतिक भाषण और कई दूसरी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता है। ये दिन अमेरिका का राष्‍ट्रीय दिवस है।


ब्रिटेन का गुलाम, 'अंकल सैम'
अमेरिका जिसे 'अंकल सैम' के तौर पर भी जानते हैं, वो भी ब्रिटिश शासन का गुलाम रहा। जिस तरह से भारत पर अंग्रेजों ने अत्‍याचार किए, उसी तरह से अमेरिका में भी लोगों पर खूब अत्‍याचार किए गए। अत्‍याचारों की वजह से ब्रिटिश ऑफिसर्स और अमेरिकियों के बीच टकराव होने लगा। अमेरिका में ब्रिटेन की 13 कॉलोनियां थीं।2 जुलाई 1776 को अमेरिका की जनता ने 12 कॉलोनियों से अपनी आजादी का ऐलान कर दिया। ग्रेट ब्रिटेन से अलग होने का फैसला बहुत बड़ा फैसला था। कॉन्टिनेंटल कांग्रेस की तरफ से एक वोट के जरिए आजादी की मांग की गई।


4 जुलाई 1776 को 13 कॉलोनियों ने आजादी के घोषणा पत्र को अपनाने के लिए वोट डाला। घोषणा पत्र पर उन्‍होंने साइन किए और खुद को आजाद घोषित कर दिया। बस इसी दिन से स्‍वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा। 13 कॉलोनियों ने मिलकर आजादी की घोषणा की थी और इसे 'डिक्लियरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस' भी कहा जाता है।कॉन्टिनेंटल कांग्रेस के सदस्‍यों में थॉमस जेफरसन भी थे। उन्‍होंने ही कमेटी के बाकी सदस्‍यों जॉन एडम्‍स, रोजर शरमन, बेंजामिन फ्रैंकलिन और विलियम लिविंगस्‍टन से सलाह करके इस घोषणा पत्र को तैयार किया था। जेफरसन, अमेरिका के तीसरे राष्‍ट्रपति बने और उन्‍होंने सन् 1801 में देश का शासन संभाला था।


आजादी का पहला जश्‍न

4 जुलाई 1977 को पेंसिलवेनिया के फिलाडेल्फिया में पहली बार देश का स्‍वतंत्रता दिवस मनाया गया। जबकि कांग्रेस, अमेरिका की आजादी के लिए लड़ाई लड़ रही थी। पहले जश्‍न में 13 गनशॉट्स फायर किए और आतिशबाजी की गई। उस समय से आतिशबाजी की शुरुआत हुई। सन् 1801 में वाइट हाउस ने पहली बार 4 जुलाई को आधिकारिक तौर पर स्‍वतंत्रता दिवस घोषित किया।


आजादी मिलने के बाद जनरल जॉर्ज वॉशिंगटन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने। आज भी उन्‍हें देश की जनता स्वतंत्रता सेनानी के रूप में जानती है। इन्‍हीं के नाम पर देश की राजधानी का नाम रखा गया।
अमेरिका के गुलाम बनाने की कहानी भी बड़ी इंट्रेस्टिंग है। कहते हैं कि क्रिस्‍टोफर कोलंबस भारत की खोज करने के लिए निकले थे और वो गलती से अमेरिका पहुंच गए। जब कोलंबस की तरफ से बताया गया कि उन्‍होंने एक द्वीप खोजा है तो कई देशों में यहां कब्जा करने की होड़ मच गई। ब्रिटेन के लोग सबसे ज्यादा तादाद में यहां आ गए और अपना कब्जा कर लिया।



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