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पेरिस एग्रीमेंट में हुई अमेरिका की वापसी, UN चीफ ने कही अहम बात

Gulabi
20 Feb 2021 11:46 AM GMT
पेरिस एग्रीमेंट में हुई अमेरिका की वापसी, UN चीफ ने कही अहम बात
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पिछले चार सालों से ‘प्रमुख साझेदार’ की गैरमौजूदगी ने ऐतिहासिक समझौते को कमजोर किया.

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस (UN Chief Antonio Guterres) ने पेरिस जलवायु समझौते (Paris Climate Agreement) में अमेरिका की वापसी को दुनिया के लिए एक 'उम्मीद का दिन' बताया. उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों से 'प्रमुख साझेदार' की गैरमौजूदगी ने ऐतिहासिक समझौते को कमजोर किया. शुक्रवार को अमेरिका (America) ने आधिकारिक तौर पर पेरिस जलवायु समझौते में वापसी की घोषणा की. संयुक्त राष्ट्र (United Nation) महासचिव गुतारेस ने कहा कि आज उम्मीद का दिन है क्योंकि अमेरिका आधिकारिक रूप से पेरिस समझौते में शामिल हुआ है. यह अमेरिका और दुनिया के लिए एक अच्छी खबर है.


गुतारेस ने अमेरिका के पेरिस समझौते में फिर से शामिल होने के मौके पर शुक्रवार को आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा कि आप सभी के साथ और विशेष रूप से विशेष दूत जॉन केरी के साथ इस अवसर का जश्न मनाना खुशी की बात है, जिनका काम इस ऐतिहासिक समझौते में दिखाई देता है. ट्रंप ने अमेरिका को ऐतिहासिक पेरिस समझौते से अलग कर लिया था. गुतारेस ने इस फैसले को 'ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और वैश्विक सुरक्षा को बढ़ावा देने के वैश्विक प्रयासों के लिए एक बड़ी निराशा' करार दिया था.


US की गैरमौजूदगी ने कमजोर किया समझौता
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले महीने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के कुछ ही घंटे बाद कई महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए थे. इनमें वाशिंगटन द्वारा पेरिस जलवायु समझौते को फिर से स्वीकार करना नए राष्ट्रपति पद के पहले कदमों में से एक था.

दिसंबर 2015 में पेरिस समझौते को स्वीकार किए जाने के समय केरी अमेरिकी विदेश मंत्री थे. प्रतीकात्मक भाव के तौर पर उन्होंने अप्रैल 2016 में संयुक्त राष्ट्र में संधि पर हस्ताक्षर किए थे. उस समय उनके साथ उनकी पोती भी साथ थी. गुतारेस ने कहा कि पिछले चार सालों से एक प्रमुख हिस्सेदार की अनुपस्थिति ने पेरिस समझौते को कमजोर किया.

2015 के बाद सबसे गर्म छह साल
उन्होंने कहा कि इसलिए आज, हम अमेरिका के इस संधि में फिर से प्रवेश करने का जश्न मना रहे हैं. हम इसकी इसकी संपूर्णता में बहाली को स्वीकार करते हैं जैसा इसके रचनाकार चाहते थे. गुतारेस ने कहा कि पेरिस समझौता एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. उन्होंने चेतावनी दी कि अभी तक की गई प्रतिबद्धताएं, जिसमें पेरिस में की गई प्रतिबद्धाएं भी शामिल हैं, उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि चेतावनी के संकेत हर जगह हैं. 2015 के बाद के छह साल रिकॉर्ड में छह सबसे गर्म साल रहे हैं. कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर रिकॉर्ड ऊंचाई पर है. हर क्षेत्र में आग, बाढ़ और मौसम से संबंधित अन्य चरम घटनाएं हो रही हैं. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने गुरुवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में आगाह किया कि अगर देशों ने अपने को नहीं बदला तो 'हम इस शताब्दी में तीन डिग्री से अधिक तापमान के विनाशकारी वृद्धि का सामना कर सकते हैं.'

उन्होंने कहा कि अभी बहुत देर नहीं हुई है लेकिन हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम सक्षम हों, न केवल अगले दशक के दौरान उत्सर्जन में भारी कमी के लिए स्थितियां बनाने के लिए बल्कि 1.5 डिग्री की सीमा को प्राप्त करना संभव बनाने के लिए.


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