विश्व

अमेरिका ने बनाई नई महाविनाशक मिसाइल सेंटिनल, अब मिलेगा करारा जवाब

Neha Dani
8 April 2022 9:44 AM GMT
अमेरिका ने बनाई नई महाविनाशक मिसाइल सेंटिनल, अब मिलेगा करारा जवाब
x
यही नहीं ये देश हाइपरसोनिक मिसाइल भी बना चुके हैं।

यूक्रेन जंग को लेकर रूस के साथ चल रहे तनाव के बीच अमेरिका ने नई अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल को दुनिया के सामने पेश किया है। यह मिसाइल परमाणु बम ले जाने में सक्षम है और पुरानी पड़ चुकी LGM-30G मिनटमैन III मिसाइल की जगह लेगा। अमेरिका ने इस मिसाइल का नाम LGM-35A सेंटिनल रखा है। अमेरिका ने इस मिसाइल को ऐसे समय पर बनाया है जब वॉशिंगटन के धुर विरोधी देश रूस, चीन और उत्‍तर कोरिया बड़े पैमाने पर महाविनाशक मिसाइलों का निर्माण कर रहे हैं।

उत्‍तर कोरिया ने तो हाल ही में अमेरिका तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल का परीक्षण किया था। इसी महीने अमेरिकी वायुसेना ने आधिकारिक रूप से जमीन आधारित प्रॉजेक्‍ट LGM-35A Sentinel को नामित किया है। यह मिसाइल मिनटमैन मिसाइल की जगह लेगी जो अभी तक अमेरिकी परमाणु हथियारों के लिए प्रमुख मिसाइल थी। अमेरिका के इस कदम से रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी। साथ ही 1970 के दशक की मिनटमैन मिसाइल को आधुनिक बनाने से कम कीमत में इस नई मिसाइल को तैयार किया जा सकेगा।
मिसाइल को शामिल करने पर कुल 100 अरब डॉलर का खर्च
मिनटमैन मिसाइल पिछले 50 साल से अमेरिकी हथियारों के जखीरे की शान रही है। नई सेंट‍िनल मिसाइल में पूरी तरह से एकीकृत लॉन्‍च और फ्लाइट सिस्‍टम है जो अत्‍याधुनिक कमांड एंड कंट्रोल क्षमता से लैस है। यह मिसाइल साल 2029 से मिनटमैन की जगह पर सेवा में आ जाएगी और साल 2070 के दशक तक यह सेवा में बनी रहेगी। इस नई मिसाइल को शामिल करने पर कुल 100 अरब डॉलर का खर्च आएगा। इसके साथ ही अमेरिका की सेना में बी-21 राइडर और कोलंबिया क्‍लास की मिसाइल सबमरीन भी शामिल होगी। इस तरह से अमेरिका जमीन, हवा और समुद्र से कहीं भी और कभी भी परमाणु हमला कर सकेगा।
सेंटिनल मिसाइल में अपने पूर्ववर्ती मिसाइल की तुलना में कई बदलाव किए गए हैं। सेंटिनल मिसाइल को इस तरह से बनाया गया है जिससे अगर कोई पार्ट खराब हो जाता है तो उसे आसानी से बदला जा सकेगा। इसे अपग्रेड करना भी आसान है। इससे यह दुश्‍मन के एयर डिफेंस को आसानी से चकमा दे सकेगी। यह मिसाइल अपने साथ ज्‍यादा विस्‍फोटक ले जा सकती है। इससे यह अब 3 वारहेड को ले जा सकेगी। अमेरिका के दुश्‍मन रूस, चीन और उत्‍तर कोरिया लगातार अत्‍याधुनिक अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों का विकास और निर्माण कर रहे हैं। यही नहीं ये देश हाइपरसोनिक मिसाइल भी बना चुके हैं।
Next Story