
x
वॉशिंगटन | दुनिया की सबसे बड़ी सेना बनाने में जुटे चीनी ड्रैगन को मात देने के लिए अमेरिका ने कमर कस ली है। अमेरिका की उप रक्षामंत्री कैथलिन हिक्स ने ऐलान किया है कि अमेरिका अगले दो साल में हजारों की तादाद में 'स्वचालित सिस्टम' बनाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि चीन की सेना तादाद में भले ही बहुत आगे है लेकिन अमेरिका अभी भी सैन्य तकनीक के मामले में बढ़त बनाए हुए है। चीन इन दिनों दक्षिण चीन सागर से लेकर भारत के अरुणाचल प्रदेश तक दादागिरी दिखा रहा है। चीन ने अपने पड़ोसी देशों फिलीपीन्स, वियतनाम, ताइवान, जापान को डराने में जुट गया है और लगातार अपनी नौसेना को इन देशों के समुद्री क्षेत्र में भेज रहा है।
चीन की चाल से निपटने के लिए अमेरिका फिलीपीन्स में अपने सैन्य अड्डे बढ़ा रहा है। अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा है कि वह अगले दो सालों में हजारों ड्रोन और अन्य हाई-टेक सैन्य उपकरणों को तैनात करेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका की सेना चीन की संख्यात्मक श्रेष्ठता का मुकाबला करने के लिए 'स्वतंत्र प्रणालियों' की ओर रुख कर रही है। अमेरिका की उप रक्षामंत्री कैथलीन हिक ने सोमवार को वाशिंगटन में एक सैन्य प्रौद्योगिकी सम्मेलन में कहा कि नई तकनीक को शामिल करना इस समय महत्वपूर्ण है।
'अमेरिका के खिलाफ चीन ने की बड़ी तैयारी'
हिक ने कहा कि अमेरिका चीन के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्धा में है। उन्होंने कहा कि चीन एक अलग तरह का प्रतिद्वंद्वी है, जो 'धीमे' प्रतिद्वंद्वियों से बहुत अलग है, जिनका सामना अमेरिका ने शीत युद्ध के दौरान किया था। कैथलीन हिक ने कहा कि जब अमेरिकी सेना 20 साल तक इराक और अफगानिस्तान में लड़ रही थी, तब चीन ने एक आधुनिक सेना बनाने के लिए पूरे ध्यान और दृढ़ संकल्प के साथ काम किया। चीनी सेना को सावधानी से तैयार किया ताकि अमेरिका जो दशकों से जो ऑपरेशनल लाभ हासिल कर रहा था, उसे कमजोर किया जा सके।
अमेरिकी मंत्री ने चीन के खतरे पर कहा कि अमेरिका अभी भी भविष्य के युद्धों की दिशा तय करने में महारत रखता है। उन्होंने कहा कि चीन की सबसे बड़ी सैन्य बढ़त बड़े पैमाने पर युद्धपोतों का निर्माण, ज्यादा मिसाइलें और ज्यादा सैनिक हैं। हिक ने कहा कि अमेरिका चीनी सेना के बड़े सैन्य बल का मुकाबला अपने ही बड़े सैन्य बल से करेगा, लेकिन अमेरिका का सैन्य बल चीन के सैन्य बल की तुलना में योजना बनाने, निशाना साधने और हराने में अधिक कठिन होगा। हिक ने कहा कि अमेरिका का लक्ष्य है कि अगले 18 से 24 महीनों में, कई डोमेन में हजारों की संख्या में स्वायत्त प्रणालियों को तैनात करना है। उन्होंने कहा कि ऐसा करना कम खर्चीला होगा और 'कम लोगों को खतरनाक क्षेत्र में भेजेगा।'
Tagsचीनी ड्रैगन को मात देने के लिए अमेरिका ने कस ली कमरAmerica is gearing up to beat the Chinese dragonजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिसिलाआज का ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJANTA SE RISHTA NEWSJANTA SE RISHTATODAY'S LATEST NEWSHINDI NEWSINDIA NEWSKHABARON KA SISILATODAY'S BREAKING NEWSTODAY'S BIG NEWSMID DAY NEWSPAPER

Harrison
Next Story