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अमेरिका: भारत 'कठिन पड़ोसियों' के बीच स्थित है, सीमाओं की रक्षा करने में करेंगे मदद
Rounak Dey
15 Dec 2021 6:12 AM GMT
![अमेरिका: भारत कठिन पड़ोसियों के बीच स्थित है, सीमाओं की रक्षा करने में करेंगे मदद अमेरिका: भारत कठिन पड़ोसियों के बीच स्थित है, सीमाओं की रक्षा करने में करेंगे मदद](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/12/15/1426140-navbharat-times.gif)
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हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के साहसिक दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे।
भारत में अमेरिका के अगले राजदूत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से नामित लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक माइकल गार्सेटी ने कहा है कि भारत 'कठिन पड़ोसियों' के बीच स्थित है। गार्सेटी ने कहा कि वह 'अपनी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने तथा हमलों को रोकने की' भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाएंगे।
भारत के लिए अमेरिका के राजदूत पद पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान गार्सेटी ने सांसदों से कहा, 'भारत कठिन पड़ोसियों के बीच स्थित है। यदि मेरे नाम की पुष्टि हो जाती है तो मैं इसकी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने और हमलों को रोकने की भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाऊंगा।'
'भारत के साथ करेंगे आतंकवाद विरोधी समन्वय'
गार्सेटी ने कहा कि वह 'सूचना साझा करके, आतंकवाद विरोधी समन्वय, नौवहन गश्त की संयुक्त स्वतंत्रता और सैन्य अभ्यास (जिसमें मैंने अपने भारतीय समकक्षों के साथ एक नौसेना अधिकारी के रूप में भाग लिया है) और हमारी सर्वोत्तम रक्षा प्रौद्योगिकियों की बिक्री' के माध्यम से ये प्रयास करेंगे ताकि 'हमारी बड़ी रक्षा साझेदारी को उसकी पूरी क्षमता तक आगे बढ़ाया जा सके।'
उन्होंने कहा कि अगर उनके नाम की पुष्टि हो जाती है, तो वह अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) और अजेंडा 2030 जलवायु एवं स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी के माध्यम से हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के साहसिक दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे।
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