
दक्षिण सागर में चीनी नौसैन्य दृढ़ता को चुनौती देने के मकसद से अमेरिका जबरदस्त प्रदर्शन जारी रखे हैं। एशियाई नेताओं को डर था कि डोनाल्ड ट्रंप के पद से हटने के बाद अमेरिका इस क्षेत्र में अपने कदम पीछे खींच सकता है लेकिन यहां इसके उलट हो रहा है।
चीन-ताइवान तनाव के बीच अमेरिकी विमानवाहक पोत दक्षिण सागर में प्रवेश कर गए हैं। अमेरिकी यूएसएस कार्ल विंसन ने दक्षिण चीन सागर में स्प्रैटली द्वीप के पास एसेक्स एम्फीबियस रेडी ग्रुप क्षेत्र में 5 दिनी अभ्यास के दौरान चीनी नौसैनिक ताकत को चुनौती देते हुए बड़ा अभ्यास शुरू किया।
एशिया टाइम्स ने बताया कि अमेरिका ने पिछले साल की तुलना में दो सप्ताह पहले यह प्रदर्शन शुरू किया। यहां मौजूद पैरासेल, स्प्रैटली और स्कारबोरो शोल नामक द्वीपों पर चीन अपना दावा करता है। जबकि अमेरिका ने यह अभ्यास चीनी दावों को खारिज करते हुए किया। स्ट्राइक ग्रुप कमांडर रियर एडमिरल डैन मार्टिन ने कहा, हम यहां हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने के लिए अमेरिकी नौसेना की क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं।
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक में दखल न करे अमेरिका : चीन
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से कुछ दिन पूर्व चीन ने कहा है कि वाशिंगटन को खेलों में दखल से बचना चाएि और ताइवान मुद्दे पर तनाव भड़काना बंद करना चाहिए। यह संदेश चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के साथ फोन पर हुई बातचीत में दिया।
उन्होंने कहा कि ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका आग से खेल रहा है। वांग ने सभी तरह की चीन विरोधी मंडलियां बनाना बंद करने का आह्वान भी अमेरिका से किया। बता दें कि अमेरिका द्वारा 4 दिसंबर से बीजिंग में शुरू शीतकालीन ओलंपिक में अपने राजनयिक भेजने से इनकार के बाद ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा ने भी यही कदम उठाया था।