चीन से 2012 में भागे आंखों से दिव्यांग एक शख्स चेन गुआंगचेंग को अमेरिका ने नागरिकता दे दी है। चेन ने इसके लिए अमेरिका का आभार जताते हुए फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि चीन में मानवाधिकार की स्थिति बेहद बुरी होती जा रही है।
चेन गुआंगचेंग को अमेरिकी शहर बाल्टीमोर में 21 जून को अमेरिकी नागरिक बनाया गया। मंगलवार को उन्हें नागरिकता दिए जाने के उपलक्ष्य में मनाए गए जश्न में बेलीज के पूर्व अमेरिकी राजदूत और चेन के वकीलों में से एक जॉर्ज ब्रूनो ने कहा कि चीन में नजरबंद होने से लेकर अमेरिकी नागरिक होने तक का यह लंबा सफर है। इसमें 15 साल लग गए।
चीन की एक बच्चे की नीति के हिस्से के रूप में किए गए जबरन गर्भपात को उजागर करने के लिए स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने वर्षों तक उनका उत्पीड़न किया। इसके अलावा चेन को लंबे समय तक अवैध हिरासत का सामना भी करना पड़ा था।
चीनी सुरक्षा कर्मियों को दिया चकमा
चीन में मनगढ़ंत आरोपों के कारण चार साल तक जेल की सजा काटने और नजरबंद रहने के बाद साल 2012 में चेन गुआंगचेंग ने पूर्वी चीन के शेडोंग प्रांत में अपने घर पर पहरा दे रहे सुरक्षाकर्मियों को चकमा दे दिया। इसके बाद वे अमेरिकी राजनयिकों की सुरक्षा में चले गए। अमेरिका और चीन के बीच कई दिनों तक राजनयिक संघर्ष भी चला।