America Election 2020: आखिरी बहस में हुआ 'म्यूट बटन' का प्रयोग, डोनाल्ड ट्रंप और बिडेन ने दिखाया संयम
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | वाशिंगटन, अमेरिका में तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से महज दस दिन पहले हुई आखिरी बहस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन कोरोना वैक्सीन पर भिड़ गए। दोनों में इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई। ट्रंप ने दावा किया कि कोरोना वैक्सीन जल्द आने वाली है। इस पर बिडेन ने कहा कि अगले वर्ष मध्य तक इसकी कोई उम्मीद नहीं है। प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों के बीच नस्ली भेदभाव, भ्रष्टाचार और जलवायु परिवर्तन समेत कई मसलों पर तीखी तकरार देखने को मिली।
ट्रंप और बिडेन के बीच बहस में कोरोना का मुद्दा हावी रहा
दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव मैदान में उतरे 74 वर्षीय ट्रंप और 77 साल के बिडेन के बीच बेलमोंट यूनिवर्सिटी में गुरुवार को तीसरी बहस हुई। एनबीसी की पत्रकार क्रिस्टन वेल्कर की मेजबानी में डेढ़ घंटे तक चली इस बहस में कोरोना का मुद्दा हावी रहा। सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप ने कहा, 'अगले कुछ हफ्तों में वैक्सीन आने वाली है। इसका वितरण सेना द्वारा किया जाएगा। वैक्सीन के मोर्चे पर जॉनसन एंड जॉनसन, मॉडर्ना और फाइजर जैसी कंपनियां अच्छा काम कर रही हैं।'
बिडेन ने कहा- ट्रंप के पास कोई स्पष्ट योजना नहीं है
उन्होंने यह भी दावा किया कि वैक्सीन तैयार होते ही तेजी से इसका वितरण किया जाएगा। सब कुछ समय पर पूरा कर लिया जाएगा। इस पर पूर्व उप राष्ट्रपति और विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बिडेन ने आरोप लगाया कि उनकी गलत नीतियों के कारण देश में इतनी बड़ी संख्या में मौत हुई। उन्होंने कहा, 'हम पर इस बार सर्दी भारी पड़ने जा रही है। उनके पास कोई स्पष्ट योजना नहीं है और अगले साल मध्य तक बहुसंख्यक अमेरिकियों के लिए टीका मुहैया होने की उम्मीद भी नहीं है।' इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, 'मुझे ऐसा नहीं लगता है। हमने बीमारी को समझ लिया है।'
नस्ली मुद्दे पर तीखी बहस
बिडेन ने अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद देश में भड़के विरोध प्रदर्शन और हिंसा पर ट्रंप को घेरा और आरोप लगाया कि आप अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े नस्लवादी राष्ट्रपति हैं। क्योंकि नस्ली भेदभाव का विरोध नहीं करते हैं। जवाब में ट्रंप ने कहा, 'देश में अश्वेत लोगों के लिए जितना मैंने किया, उतना किसी ने नहीं किया है।' ट्रंप ने 1994 में लाए गए एक बिल का समर्थन करने पर बिडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बिल अश्वेत समुदाय को नुकसान पहुंचाने वाला था।
एक-दूसरे पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
ट्रंप और बिडेन ने बहस के दौरान एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। ट्रंप ने कहा, 'मैंने चीन से कोई कमाई नहीं की। आपने की। मैंने यूक्रेन से धन अर्जित नहीं किया, लेकिन आपने किया। मैंने रूस से भी कोई कमाई नहीं की। अपने 35 लाख डॉलर कमाए।' ट्रंप ने बिडेन के पुत्र हंटर बिडेन के एक पूर्व कारोबारी पार्टनर के दावे के हवाले से यह बात कही। हंटर के पूर्व पार्टनर ने दावा किया था कि बिडेन को एक चीनी कारोबारी करार का दस फीसद हिस्सा मिलने वाला था। इस पर बिडेन ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। इसका कोई आधार नहीं है। बिडेन ने ट्रंप पर आरोप लगाया, 'चीन विदेश स्थित आपके एक गोल्फ कोर्स तक सड़क का निर्माण कर रहा है। आप अपना टैक्स रिटर्न क्यों नहीं जारी कर रहे हैं।' ट्रंप ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।
दोनों नेताओं ने इस बार दिखाया संयम
ट्रंप और बिडेन ने इस बार बहस के दौरान संयम और शिष्ट व्यवहार का प्रदर्शन किया। गत 29 सितंबर को हुई पहली बहस के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के बोलने के दौरान कई बार रोक-टोक किया था। इसके चलते अव्यवस्था की स्थिति बन गई थी। इसलिए इस बार किसी व्यवधान से बचने के लिए माइक्रोफोन बंद करने की व्यवस्था की गई थी। ट्रंप और बिडेन की 15 अक्टूबर को होने वाली दूसरी बहस रद हो गई थी।
ट्रंप और बिडेन में घटा अंतर
हिल-हैरिक्स की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर कराए एक नए सर्वे के अनुसार, ट्रंप के खिलाफ बिडेन की बढ़त में कमी आई है। सर्वे में 46 फीसद वोटरों ने कहा कि वह बिडेन के लिए मतदान करेंगे। पहले 47 फीसद वोटर बिडेन के साथ थे। जबकि 42 फीसद मतदाताओं ने ट्रंप में भरोसा दिखाया है।