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काबुल में मौजूद अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने हामिद करजई एयरपोर्ट की तरफ आते पांच राकेट को इंटरसेप्ट किया है। ये फिलहाल साफ नहीं हो पाया है कि इनमें से कितने राकेट को नाकाम कर दिया गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वाशिंगटन (रायटर्स)। अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट की तरफ दागे गए पांच राकेट हमलों को विफल कर दिया है। एयरपोर्ट की तरफ आते इन राकेट को अमेरिकी डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने पहले ही इंटरसेप्ट कर नष्ट कर दिया गया था। इंटरसेप्ट का अर्थ अपनी तरफ आते किसी राकेट या मिसाइल का पता लगाकर जवाबी कार्रवाही करना है। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि इन सभी राकेट हमलों को विफल कर दिया गया है या नहीं। अमेरिकी सैन्य अधिकारी का कहना है कि ये शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर दिया गया बयान है। कुछ समय के बाद इसमें बदलाव भी संभव है। अधिकारी के मुताबिक ये राकेट हमले सोमवार सुबह किए गए थे।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवान के मुताबिक इसकी जानकारी राष्ट्रपति जो बाइडन को भी दे दी गई है। व्हाइट हाउस से जारी एक बयान में उन्होंने कहा है कि एयरपोर्ट का संचालन बादस्तूर जारी है। काबुल में एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि उसने तीन धमाकों की आवाज सुनी थी। इसके बाद में फायरिंग भी हुई। हालांकि ये पता नहींं चल सका कि ये सब कौन कर रहा है।
गौरतलब है कि रविवार को अमेरिका ने काबुल पर ड्रोन से हमला किया था। इसमें सुसाइड बंबर को निशाना बनाया गया था, जिसके निशाने पर काबुल एयरपोर्ट था। अमेरिका का कहना है कि काबुल एयरपोर्ट पर इस्लामिक स्टेट के आतंकी फिर हमला कर सकते हैं। उनके निशाने पर अमेरिकी सेना है, जो अभी काबुल में है। आपको बता दें कि अमेरिका सेना 31 अगस्त से पहले अपनी फौज को वहां से निकालने की कवायद में जुटी है। आपको बता दें कि तालिबान और इस गुट का छत्तीस का आंकड़ा है।
अमेरिका ने साफ कर दिया है कि जब तक उसका एक भी नागरिक या फौजी काबुल में मौजूद रहेगा, तब तक वो अपनी सेना को पूरी तरह से वहां से नहीं निकालेगा। अमेरिका ने ये भी साफ कर दिया है कि काबुल पर राकेट को आईएसआईएस का खुरासान गुट अंजाम दे रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले की जिम्मेदारी इसी गुट ने ली थी।
इस तरह के हमलों को अमेरिका ने इराक में भी झेला है। इसी वजह से अमेरिका ने यहां पर अपनी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को तैनात किया हुआ है, जो उनकी तरफ आने वाली किसी भी मिसाइल या राकेट की जानकारी हमले से पहले ही दे देता है। इसके बाद यही सिस्टम इसके जवाब में मिसाइल दाग देता है। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड के जनरल फ्रेंक मैकेंजी का कहना है कि वो इस तरह के हमलों से पूरी तरह से वाकिफ हैं। उनके पास इससे बचने का उपाय है। उनकी सबसे बड़ी चिंता सुसाइड बंबर और कार बम को लेकर है।
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