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अपने नाटकीय भाषण में तुन ने देश में लोकतंत्र को बहाल करने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मजबूत संभव कार्रवाई’ करने की अपील की थी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की विश्व नेताओं की वार्षिक बैठक में इस बार लगता है कि म्यांमार की ओर से कोई भी नहीं बोलेगा। देश के सैन्य शासकों और आंग सान सू की के नेतृत्व वाली असैन्य सरकार के बीच संयुक्त राष्ट्र में देश के प्रतिनिधि को लेकर चल रहे विवाद का समाधान नहीं हो पाया है।
संयुक्त राष्ट्र की छह दिवसीय महासभा के अंतिम दिन सोमवार की दोपहर वक्ताओं का अंतिम भाषण होनेवाला है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शुक्रवार को कहा, 'इस बार म्यांमार की ओर से कोई नहीं बोल रहा है।'
म्यांमार के विदेश मंत्री वुन्ना मौंग ल्विन ने जुलाई में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस को लिखे एक पत्र में कहा कि उन्होंने 26 साल बाद इस साल सेना छोड़ने वाले आंग थ्यूरिन को म्यांमार की ओर से संयुक्त राष्ट्र में राजदूत नियुक्त किया है।
ल्विन ने एक और पत्र में कहा कि वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में म्यांमार के राजदूत क्याव मो तुन को 27 फरवरी, 2021 को कर्तव्य पालन और जनादेश के दुरुपयोग के कारण हटा दिया गया है। सैन्य अधिग्रहण के हफ्तों बाद गत 26 फरवरी को महासभा की बैठक में अपने नाटकीय भाषण में तुन ने देश में लोकतंत्र को बहाल करने के लिए 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मजबूत संभव कार्रवाई' करने की अपील की थी।
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