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कथित बाबा गिरफ्तार, आश्रम से मिली 11 लाशें

Nilmani Pal
11 May 2022 1:59 AM GMT
कथित बाबा गिरफ्तार, आश्रम से मिली 11 लाशें
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थाइलैंड। थाइलैंड में पुलिस ने एक कथित बाबा को गिरफ्तार किया है, इस शख्‍स का नाम थावी नानरा (Thawee Nanra) है और इसकी उम्र 75 साल है. इस ढोंगी बाबा के बारे में ये दावा किया गया है कि उसके अनुयायी अपना मूत्र पीते थे और अपना मल भी खाते थे. दरअसल, इन अनुयायियों को लगता था कि मल खाने से और मूत्र पीने से वे बीमारियों से बचे रहेंगे.

'बिजनेस इनसाइडर' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बाबा को उत्‍तरी थाइलैंड के चाइयाफम (Chaiyaphum) के जंगल में मौजूद उसके घर से गिरफ्तार किया गया. जब पुलिस इस फर्जी बाबा को गिरफ्तार कर ले जा रही थी, तो बाबा के अनुयायियों ने पुलिस अधिकारियों के लिए अप्रिय स्थिति पैदा कर दी. वहीं, थाई पुलिस ने समाचार एजेंसी एपी को बताया बाबा के आश्रम से 11 लाशें मिली हैं. जिनके बारे में माना जा रहा है कि ये बाबा के अनुयायियों की ही लाशें हैं.

The Thai Enquirer की रिपोर्ट के मुताबिक, थावी नानरा (Thawee Nanra) के आश्रम पर तब छापेमारी की गई जब पता चला कि उसने जमीन पर अवैध कब्‍जा किया और कोविड नियमों का उल्‍लंघन किया है. वहीं The Bangkok Post की रिपोर्ट के मुताबिक, जो लाशें बरामद हुई हैं वे सभी ताबूत में थीं. इनमें केवल 5 लाशों का ही डेथ सर्टिफिकेट बरामद हुआ है.

'लोग कैसे मानते हैं अंधविश्‍वास'

प्रोविंसिएल गवर्नर क्राइसोर्न कोंग्चालाड ने बताया कि जब छापेमारी हुई, तो थावी नानरा (Thawee Nanra) के साथ दर्जनों लोग मौजूद थे. उन्‍होंने कहा कि ये देखकर बहुत दुख होता है कि लोग आज भी ऐसे अंधविश्‍वासों पर यकीन करते हैं. लेकिन यह केवल अंधविश्‍वास से जुड़ा मामला नहीं है. यहां लोगों की लाश मिली हैं. हम इस मामले में सभी संबंधित एजेसिंयों के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि इन जिन लोगों की लाशें मिली हैं, उनके बारे में जानकारी जुटाई जा सके.

पेशाब पीते थे, बलगम और मल का सेवन करते थे भक्‍त

द नेशन ने थावी नानरा (Thawee Nanra) को लेकर जो रिपोर्ट की है, इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वह खुद को सभी धर्मों का पिता (Father of all religions) होने का दावा करता था. वहीं ये भी दावा किया गया है कि एक 80 साल की महिला जो थावी के पास गई थी, वह कभी भी वापस नहीं लौटी. इस महिला के बेटी ने भी इस बात की पुष्टि की कि थावी के अनुयायी पेशाब पीते थे, बलगम और मल का भी सेवन करते थे ताकि उन्‍हें किसी भी तरह की दिक्‍कत न हो.


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