विश्व
रूस को स्वीकार्य नहीं यूक्रेन में नरसंहार का आरोप, बाइडन के बयान पर दिया जवाब
Gulabi Jagat
13 April 2022 2:18 PM GMT
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मास्को की तरफ से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई गई
मास्को/वाशिंगटन (रायटर्स)। मास्को की तरफ से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई गई है जिसमें उन्होंने रूस पर यूक्रेन में नरसंहार करने का आरोप लगाया है। रूस की तरफ से कहा गया है कि राष्ट्रपति बाइडन का ये बयान बेबुनियाद, इसको किसी भी सूरत से स्वीकार नहीं किया जा सकता है। क्रेमलिन ने अमेरिका द्वारा कहे यूक्रेन में नरसंहार शब्द पर भी आपत्ति जताई है। क्रेमलिन का कहना है कि वो ऐसा नहीं मानता है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति बाइडन ने मंगलवार को कहा था कि उनकी निगाह में रूस ने यूक्रेन में जो कुछ कहा है वो नरसंहार है। क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्री पेस्काव ने पत्रकारों द्वारा किए गए सवालों के जवाब में ये बयान दिया है। उन्होंने बाइडन के आरोपों पर ये भी कहा कि ये सब कुछ वो देश कह रहा है तो इस तरह अपराधों को हाल ही में अंजाम दे चुका है।
बाइडन ने लगाया नरसंहार का आरोप
गौरतलब है कि राष्ट्रपति बाइडेन ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना पर यूक्रेन में नरसंहार करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि यूक्रेन के अहम पोर्ट सिटी मारियोपोल पर कब्जे के लिए रूस अपने अभियान को तेज करने में लगा है। बाइडन ने यहां तक कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन में यूक्रेनी होने के विचार को ही खत्म कर देने पर अमादा हैं।
कानूनी प्रक्रिया के तहत तय होगा सब कुछ
बाइडन की तरफ से ये बयान आइओवा में एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया था। पत्रकारों से बातचीत के दौरान बाइडन ने माना था कि उन्होंने यूक्रेन में जो कुछ हुआ है उसको नरसंहार की संज्ञा दी है। बाइडन का कहना था कि ये कानूनी प्रक्रिया के तहत तय होगा कि रूस ने जो कुछ यूक्रेन में किया वो अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरता है।
जेलेंस्की ने की बाइडन की प्रशंसा
आपको बता दें कि बाइडन के इस बयान की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सराहना भी की थी। जेलेंस्की ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वे पश्चिमी देशों के नेताओं को यूक्रेन पर हमले के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करने को कह रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन को अमेरिका द्वारा दिए गए हथियारों के लिए राष्ट्रपति बाइडन की सराहना की। साथ ही उन्होंने कहा कि रूस का सामना करने के लिए उन्हें अधिक संख्या में भारी हथियार चाहिए।
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