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US की वापसी के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री बोले- 2461 सैनिक खोने के बाद खत्म हुआ अभियान

Neha Dani
31 Aug 2021 11:11 AM GMT
US की वापसी के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री बोले- 2461 सैनिक खोने के बाद खत्म हुआ अभियान
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मैं अमेरिकी सेना के सदस्यों के काम से इतना प्रफुल्लित कभी नहीं हुआ

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी बलों की पूर्ण वापसी के बाद कहा कि अमेरिका, उसके सहयोगियों एवं साझेदारों ने वहां इतने कम समय में जो काम किया वह दुनिया की कोई और सेना नहीं कर पाती. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों की वापसी की समय-सीमा तय की थी, लेकिन तालिबान ने इससे करीब दो सप्ताह पहले ही अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया और इससे वहां स्थिति काफी खराब हो गई.

यह अभियान सोमवार देर रात सम्पन्न हो गया है. अभियान सम्पन्न होने के बाद ऑस्टिन ने एक बयान में कहा, 'इतने कम समय में हमने और हमारे सहयोगियों एवं भागीदारों ने जो किया वह दुनिया की कोई भी सेना नहीं कर पाती (US on Afghanistan War). यह न केवल हमारे बलों की क्षमताओं एवं साहस को बल्कि हमारे संबंधों को और हमारे सहयोगियों एवं भागीदारों की क्षमताओं को भी दर्शाता है.' उन्होंने कहा कि चार दशकों से अधिक समय की सेवा में, मैं अमेरिकी सेना के सदस्यों के काम से इतना प्रफुल्लित कभी नहीं हुआ.
अमेरिकी सेना के प्रति जताया आभार
ऑस्टिन ने कहा, जिस तरह से उन्होंने (अमेरिकी सेना) काम किया है, मैं उनकी कुशलता एवं उनकी दक्षता का आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से नागरिकों की वापसी और अमेरिकी बलों (US Army in War) को वापस लाने का काम अमेरिका ने पूरा कर लिया है. ऑस्टिन ने कहा, 'मैं दुखी हूं कि इस ऐतिहासिक निकासी अभियान के दौरान हमने हमारे 13 सदस्य और कई अन्य लोगों को खो दिया.'
आलोचना झेल रही अमेरिकी सरकार
अफगानिस्तान से अमेरिका ने युद्ध तो खत्म कर दिया लेकिन बाइडेन प्रशासन (Biden Administration) सवालों के घेरे में हैं. तालिबान के हाथों में अमेरिकी हथियार देखकर हर कोई हैरान है. अमेरिका ने बड़ी संख्या में लोगों को यहां से बाहर निकाला है, जिनमें उसके खुद के नागरिकों और सैनिकों के अलावा वो अफगान नागरिक भी शामिल हैं, जिन्होंने युद्ध के दौरान विदेशी सैनिकों की मदद की थी. अमेरिका की निकासी प्रक्रिया के बीच गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए. अमेरिका हमले को रोक पाने में नाकाम रहा, जबकि इसकी आशंका कुछ दिन पहले ही जताई गई थी.

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