ब्रिटेन में सोमवार को अब तक का सबसे गर्म दिन रहने के बाद देश में लोगों को घरों के अंदर रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी गई है. ब्रिटेन में पहला मौका है जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के करीब है. लंदन के ल्यूटन एयरपोर्ट पर गर्मी की वजह से रनवे पर खराबी आ गई जिसके बाद उड़ानों को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया. पूरे देश में गर्मी का भीषण प्रकोप जारी है और इसी वजह से ल्यूटन एयरपोर्ट के रनवे के सरफेस पर डिफेक्ट देखा गया जिसके बाद इसकी मरम्मत का काम होने तक फ्लाइट ऑपरेशन बंद करना पड़ा है.
देश में पहली बार रेड अलर्ट लागू
एयरलाइन कंपनी EasyJet ने कहा कि ल्यूटन में उतरने वाली तीन उड़ानों को पास के एयरपोर्ट की ओर डायवार्ट किया गया है. वेस्ट सफोक के सैंटन डाउनहैम में तापमान बढ़कर 38.1C हो गया, यह 2019 में कैम्ब्रिज में दर्ज UK के पिछले ऑलटाइम हाई टेंपरेचर 38.7C से ठीक नीचे है. इस बीच, वेस्ट लंदन में केव गार्डन पर 37.5C और लंदन के सेंट जेम्स पार्क में 34.3C तापमान दर्ज किया गया है. साल की शुरुआत में तापमान 30C के निशान तक पहुंच गया था. जानकारी के मुताबिक इस गर्मी के बाद देश में एक और हीटवेव की चेतावनी से इंकार नहीं किया जा सकता. जुलाई 2019 में यूके का अब तक का उच्चतम तापमान 38.7C कैम्ब्रिज में दर्ज किया गया था.
ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी यूकेएचएसए ने गर्मी को देखते हुए नेशनल इमरजेंसी लागू की है और मौसम विज्ञान कार्यालय ने अत्यधिक गर्मी का पहला 'रेड अलर्ट' जारी किया है. यह अलर्ट अत्यधिक गर्मी से जीवन के लिए खतरे की चेतावनी है. देश में बुधवार को कुछ बारिश होने के पूर्वानुमान से पहले मंगलवार को लू के चरम पर पहुंचने का अनुमान जताया गया है. मौसम कार्यालय की मुख्य कार्यकारी प्रोफेसर पेनी एंडर्सबी ने कहा कि हम ब्रिटेन के इतिहास में सबसे गर्म दिन देख सकते हैं.
लोगों से घरों में रहने की अपील
उन्होंने बीबीसी से कहा कि मंगलवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक रहने की संभावना है, संभावित अनुमान 41 का है. कुछ अनुमानों में यह आंकड़ा 43 का बताया जा रहा है, लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह उतना गर्म नहीं होगा. एंडर्सबी ने कहा कि यह तापमान अभूतपूर्व है और हम इससे निपटने को तैयार नहीं हैं, गर्मी सैकड़ों या हजारों ज्यादा मौतों का कारण बनती है, इसलिए लोगों को सलाह का पालन करने की जरूरत है.
ब्रिटेन में इससे पहले सर्वाधिक तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस 2019 में दर्ज किया गया था. डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि गर्म मौसम को लेकर प्रबंधन करने और किसी भी संभावित नुकसान से बचने के लिए रेलवे की स्पीड पर बैन की जरूरत हो सकती है. अत्यधिक गर्मी की वजह से रेल पटरियों, ओवरहेड पावर लाइन और सिग्नल उपकरण प्रभावित हो सकते हैं.