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क्रीमियन ब्रिज ब्लास्ट के बाद रूस को अब समंदर में मिला दर्द, इस प्रोजेक्ट के उड़ गए चीथड़े

Neha Dani
20 Oct 2022 1:45 AM GMT
क्रीमियन ब्रिज ब्लास्ट के बाद रूस को अब समंदर में मिला दर्द, इस प्रोजेक्ट के उड़ गए चीथड़े
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उन्होंने एक ट्रक पर बम लगाने की व्यवस्था की थी जो पुल के पार चला रहा था.
यूक्रेन से जंग के बीच रूस को दूसरे घाव भी मिल रहे हैं. 50 मीटर नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन समंदर के अंदर धमाके की वजह से तबाह हो गई है. इसके पीछे तोड़फोड़ का शक जाहिर किया जा रहा है. पानी के अंदर से ली गई तस्वीरों से मंगलवार को यह खुलासा हुआ.
एक्सप्रेसेन नाम के अखबार ने एक वीडियो पब्लिश की है, जिसमें समंदर के 80 मीटर नीचे नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन टूटी और मुड़ी हुई देखी जा सकती है. न्यूजपेपर के मुताबिक, वीडियो में नजर आ रहा है कि 50 मीटर की पाइपलाइन या तो गायब है या फिर वह समंदर के अंदर ही डूब गई है.
बाहरी ताकत की जताई आशंका
नॉर्वेजियन कंपनी ब्लूये रोबोटिक्स के ड्रोन ऑपरेटर ट्रॉन लार्सन ने एक्सप्रेसन को बताया, "सिर्फ कोई बाहरी ताकत ही धातु को इतना मोड़ सकती है.'' वीडियो बनाने वाले लार्सन ने यह भी कहा कि समंदर के नीचे पाइप के चारों ओर बहुत बड़ा प्रभाव भी देखा जा सकता है.
सितंबर के अंत में बाल्टिक सी के नीचे विस्फोटों की वजह से दो नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन तबाह हो गई थीं, जिसकी वजह से चार लीक हो गए थे. लीक अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में थी. इनमें से दो डेनमार्क के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन और दो स्वीडन में थीं.
स्वीडन को मिले थे सबूत
6 अक्टूबर को स्वीडन प्रशासन ने घोषणा की थी कि उन्होंने इस घटना की जांच की है और सबूत भी बरामद किए हैं और जांच में तोड़फोड़ का शक जाहिर किया गया था. ये पाइपलाइन्स रूस को जर्मनी से जोड़ती हैं और इसे लेकर भू-राजनीतिक तनाव भी जारी है. वो इसलिए क्योंकि यूक्रेन पर हमला करने के बाद से पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं. इसके मद्देजनर रूस ने यूरोप के लिए गैस सप्लाई बंद कर दी हैं. हालांकि ये पाइपलाइन्स संचालन में नहीं थीं लेकिन आभासी तोड़फोड़ का शिकार होने से पहले उनमें गैस थी.
इससे पहले क्रीमियन ब्रिज ब्लास्ट की वजह से रूस में हड़कंप मच गया था. न्यूयॉर्क टाइम्स और वाशिंगटन पोस्ट दोनों ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि क्रीमियन पुल को उड़ाने की साजिश यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने रची थी. विस्फोट में कम से कम तीन लोगों की जान चली गई थी. हमला यूक्रेन की खुफिया सेवाओं ने कराया था. उन्होंने एक ट्रक पर बम लगाने की व्यवस्था की थी जो पुल के पार चला रहा था.

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