बुर्किना फासो में तख्तापलट हो गया है और वहां के राष्ट्रपति को विद्रोहियों ने अपने कब्जे में लिया है। अब अमेरिका ने पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो को दी जाने वाली 45 करोड़ डॉलर की सहायता पर रोक लगा दी है।
बुर्किना फासो के राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे को विद्रोही सैनिको द्वारा कब्जे में लेने के बाद अमेरिकी एजेंसी ने कहा कि हम सुशासन के मानकों को पूरा करने वाले देशों को अनुदान और सहायता प्रदान करते हैं, अब इस पर रोक लगा दी है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि बुर्किना फासो के सैन्य अधिकारियों ने संविधान को निलंबित करने और सरकार और राष्ट्रीय विधानसभा को भंग करने का दावा किया है। ये कार्रवाइयां लोकतांत्रिक शासन की प्रतिबद्धता और कानून के शासन को बनाए रखने के सिद्धांतों के विपरीत हैं।
अफ्रीकी संघ ने बुर्किना फासो को निलंबित किया
सैन्य सरकार के बयान जारी करने से पहले अफ्रीकी संघ (एयू) के 15 सदस्यों वाली शांति और सुरक्षा परिषद ने संविधान की बहाली होने तक एयू की सभी गतिविधियों में बुर्किना फासो की हिस्सेदारी को निलंबित कर दिया था। वहीं शुक्रवार को इकोनॉमिक कम्युनिटी ऑफ द अफ्रीकन स्टेट्स ने भी बुर्किना फासो को सभी रैंक से निलंबित कर दिया और साथ ही प्रतिबंधों को लेकर चेतावनी दी थी।