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पृथ्वी के बाद चंद्रमा पर हो सकता है अगला युद्ध? पढ़ें पूरी खबर का सच

Gulabi
28 Jun 2021 2:22 PM GMT
पृथ्वी के बाद चंद्रमा पर हो सकता है अगला युद्ध? पढ़ें पूरी खबर का सच
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इतिहास में धरती पर कई बड़े युद्ध हुए हैं लेकिन अब आशंका जताई जा रही है कि

US Space News on Moon: इतिहास में धरती पर कई बड़े युद्ध हुए हैं लेकिन अब आशंका जताई जा रही है कि अगला युद्ध चंद्रमा पर देखने को मिल सकता है. अमेरिकी वायु सेना (US Air Force) की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि अब सेना की रुचि धरती की सतह से हजारों मील ऊपर उस जगह को लेकर दस गुना बढ़ गई है, जहां बीते कुछ समय से कई देशों के बीच प्रतियोगिता हो रही है. ये रुचि निजी और सरकारी सेक्टर से अलग है (Space). सेना के अधिकारियों का कहना है कि वह अंतरिक्ष में अमेरिका की संपत्ति की रक्षा करना चाहते हैं.

डेलीमेल के अनुसार, इस रिपोर्ट का नाम 'अ प्रीमियर ऑन सिसलुनर स्पेस' है. इसमें कहा गया है कि स्पेस फोर्स (Space Force of US) को अंतरिक्ष में अमेरिकी हितों की रक्षा करने का काम दिया गया है. पहली बार दिसंबर 2019 में प्रकाशित हुई रिपोर्ट में कहा गया है कि सिसलुनर स्पेस में ऑपरेशंस को बढ़ाया जाएगा. ये चंद्रमा के आसपास का इलाका है. रिपोर्ट ऐसे वक्त में सामने आई है जब चीन जैसे कई देशों ने सिसलुनर स्पेस तक पहुंचने का रास्ता ढूंढ लिया है. इसे एक ऐसा क्षेत्र भी माना जाता है, जिसमें धरती, चंद्रमा और लग्रांज पॉइंट्स शामिल हैं, जहां अंतरिक्षयान तैनात होते हैं.
चीनी सैटेलाइट लगा रही चक्कर
अमेरिका के एयरफोर्स नेशनल एयर एंड स्पेस इंटेलिजेंस सेंटर की यूनिट स्पेस एंड मिसाइल एनालिसिस ग्रुप में काम करने वाले वरिष्ठ इंटेलिजेंस इंजीनियर जेफ गोसेल का कहना है कि चीन के पास एक ऐसी सैटेलाइट है, जो चांद के दूसरी ओर चक्कर लगा रही है (Chinese Satellite on Moon). वह कहते हैं, 'आप चांद के चारों ओर किसी तरह का हथियार उड़ा सकते हैं, जो वापस आ जाता है. वह वहां मौजूद किसी ऑब्जेक्ट पर भी हमला कर सकता है लेकिन इस बारे में हमें कुछ पता ही नहीं चलेगा, क्योंकि उस दिशा में कुछ ऐसा मौजूद नहीं है, जिससे हथियार को देखा जा सके.'
दूसरे पर हमला करना आसान
विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरिक्ष में खुद को बचाने से ज्यादा आसान किसी दूसरे पर हमला करना है. ये परमाणु हमले की तरह ही है. यही कारण है कि सेना धरती की कक्षा से आगे मिशन के लिए अंतरिक्षयान तैनात करने की योजना बना रही है. स्पेस वेहिकल डायरेक्टोरेट डायरेक्टर एंड एयर फोर्स कर्नल एरिक फेल्ट ने एक बायन में कहा है, पृथ्वी की कक्षा से परे अंतरिक्षयान का संचालन करने से कई चुनौतियां भी आएंगी. गौरतलब है कि स्पेस फोर्स का गठन सबसे पहले 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कार्यकाल में हुआ था.
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